Domicile in Bihar: पटना. बिहार के सरकारी स्कूलों में लाइब्रेरियन, क्लर्क समेत अन्य कुल 15 हजार पदों पर होनेवाली भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी. इन नौकरियों में बिहार के युवाओं को ही मौका मिलेगा. दूसरे राज्यों के उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने गुरुवार को यह घोषणा की. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बेरोजगार युवाओं के संबंध में यह बड़ा कदम माना जा रहा है. 17 जून को हुई नीतीश कैबिनेट की बैठक में इन पदों पर बहाली के संबंध में मंजूरी दी गई थी. इन तीनों तरह के पदों पर नियुक्ति के लिए अलग-अलग 3 नियमावली को कैबिनेट ने स्वीकृति दी.
15 हजार पदों पर होगी भर्ती
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को कहा कि बिहार के स्कूलों में 15 हजार पदों पर भर्ती होगी. इन भर्तियों में डोमिसाइल नीति लागू होगी. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि यह बिहार के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है. उन्होंने आगे कहा है कि एनडीए सरकार में भरपूर रोजगार है. इसका फायदा युवक-युवतियों को मिल रहा है. डिप्टी सीएम के अनुसार सरकारी स्कूलों में होनेवाली 15 हजार पदों पर भर्ती में 6500 पुस्तकाल्याध्यक्ष, 6421 विद्यालय लिपिक और दो हजार पद विद्यालय परिचारी के हैं.
शिक्षकों की बहाली में डोमिसाइल नीति लागू नहीं
अब जल्द ही इन पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाने को लेकर आदेश जारी होने की उम्मीद है. एक दशक बाद बिहार के स्कूलों में लाइब्रेरियन की बहाली होने जा रही है. हाल के वर्षों में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के जरिए स्कूलों में हुई शिक्षकों की बहाली में डोमिसाइल नीति लागू नहीं की गई थी. इससे बाहर के भी कई युवाओं को बिहार में टीचर की नौकरी मिली थी. इसके बाद विपक्षी दलों और राज्य के अभ्यर्थियों की ओर से डोमिसाइल नीति लाने की मांग की जाती रही है. हालांकि, अभी सिर्फ 15 हजार पदों पर ही यह नीति लागू की गयी है.