Exclusive: सुबोध कुमार नंदन/पटना. डाक विभाग (बिहार सर्किल) के 580 डाकघरों में आधार सेंटर हैं, लेकिन केवल 215 सेंटर ही संचालित हैं. शेष 365 आधार सेंटर विभिन्न कारणों से पिछले छह माह से बंद पड़े हैं. इसके कारण हर दिन हजारों लोगों को आधार सेंटर से निराश होकर लौटना पड़ रहा है. डाक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सिवान डिवीजन में 33 डाकघर में आधार सेंटर है, लेकिन इनमें केवल तीन सेंटर ही काम कर रहा है. जबकि 30 बंद पड़ा है. आधार सेंटर पिछले छह माह से बंद पड़ा है. सारण डिवीजन में 43 आधार सेंटर है. इनमें केवल 13 संचालित है. इस तरह 30 आधार सेंटर बंद है. इसके कारण हर दिन सैकड़ों लोगों को निराश हो कर लौटना पड़ रहा है. वहीं भोजपुर डिवीजन के 39 डाकघर में आधार सेंटर है. इनमें से केवल सात ही आधार सेंटर काम कर रहा है. यानी 32 आधार सेंटर बंद है. इतना ही नहीं पटना डिवीजन में कुल 41 डाकघरों में आधार सेंटर है. इनमें से 19 आधार सेंटर पर ही आधार बनने या अपडेट होने का काम हो रहा है. शेष 22 पिछले चार माह से बंद पड़ा है.
भागलपुर में 32 में से दस सेंटर पर ही हो रहा काम
भागलपुर में 32 में से दस सेंटर पर ही आधार संबंधित काम हो रहा है. इस्ट चंपारण में 31 आधार सेंटर हैं, लेकिन महज दस काम कर रहा है. बाकी 20 बंद पड़े है. वहीं सहरसा में 24 सेंटर है. इसमें से 18 सेंटर पर काम हो रहा है. छह बंद पड़े है. पटना साहिब में 21 आधार सेंटर है. पांच सेंटर पर काम हो रहा है, जबकि 16 कई माह से बंद पड़े हैं. नालंदा के 20 डाकघरों में आधार सेंटर है. इनमें से आठ पर ही आधार संबंधित काम हो रहा है, जबकि 12 बंद पड़े है. इसके अलावा समस्तीपुर में 20 सेंटर है, लेकिन केवल सात पर काम हो रहा है. बेगूसराय डिवीजन में 27 डाकघरों में आधार सेंटर खुले है, लेकिन केवल 9 पर ही आम लोगों का काम हो रहा है.
तकनीकी कारणों से बंद है सेंटर
डाक विभाग के अनुसार अधिकांश आधार सेंटर तकनीकी कारणों से बंद हैं, इनमें यूजर आईडी नंबर को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की ओर से बंद कर दिया गया है. नये रजिस्ट्रेशन में वक्त लग रहा है. परीक्षा के लिए यूआईडीएआई की ओर से स्लॉट नहीं दिया जा रहा है. इसके कारण कई आधार सेंटर संचालित नहीं हो पा रहा है.
बिहार सर्किल डाक विभाग मुख्यालय के डाक निदेशक पवन कुमार ने बताया कि डाक विभाग की ओर से बंद पड़े आधार सेंटर को चालू करने का कोशिश किया जा रहा है. इसके लिए पिछले छह माह से यूआईडीएआई के वरीय अधिकारियों से लगातार संपर्क में है. इसे लेकर कई बार बैठक भी हो चुकी है, लेकिन यूआईडीएआई इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इससे हर दिन हजारों लोगों को परेशानी हो रही है. सबसे अधिक पेरशानी बच्चों को हो रहा है.
देखें एक नजर…
डिवीजन | आधार केंद्र | संचालित | बंद |
औरंगाबाद | 17 | 09 | 08 |
भोजपुर | 39 | 07 | 32 |
गया | 19 | 12 | 07 |
पटना | 41 | 19 | 22 |
पटना साहिब | 21 | 05 | 16 |
पटना जीपीओ | 4 | 4 | 0 |
रोहतास | 16 | 8 | 8 |
वैशाली | 24 | 07 | 17 |
बेगूसराय | 27 | 09 | 18 |
भागलपुर | 32 | 10 | 22 |
कटिहार | 19 | 09 | 10 |
मुंगेर | 17 | 10 | 07 |
नालंदा | 20 | 08 | 12 |
नवादा | 14 | 03 | 11 |
पूर्णिया | 24 | 13 | 11 |
सहरसा | 24 | 18 | 6 |
मधुबनी | 18 | 04 | 14 |
मुजफ्फरपुर | 26 | 07 | 19 |
दरभंगा | 23 | 10 | 13 |
इस्ट चंपारण | 31 | 11 | 20 |
समस्तीपुर | 20 | 07 | 13 |
सारण | 43 | 13 | 30 |
सीतामढ़ी | 16 | 05 | 11 |
सीवान | 33 | 03 | 30 |
वेस्ट चंपारण | 12 | 04 | 08 |
कुल | 580 | 215 | 365 |