Gopal Khemka Murder: पटना के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका के मर्डर ने प्रदेश में सनसनी फैला दी है. मामले में कार्रवाई तेज हो गई है. डीजीपी विनय कुमार ने कहा है कि गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच के लिए एसआइटी गठित की गई है. पूरे मामले की जांच में पटना पुलिस के साथ-साथ बिहार एसटीएफ और तकनीकी टीम भी मदद कर रही है. पुलिस हेडक्वाटर लेवल से लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है.
पुलिस की देरी पर डीजीपी ने क्या कहा?
घटनास्थल पर पुलिस की देरी से पहुंचने की बात पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस कार्रवाई में कोई देरी नहीं हुई है. शुक्रवार की रात करीब 11:40 बजे गोलीबारी के बाद परिजन गोपाल खेमका को कंकड़बाग इलाके के एक प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां करीब 30-35 मिनट का समय लग गया. अस्पताल के पदाधिकारियों ने सबसे पहले कंकड़बाग थाने को जानकारी दी थी. इसके बाद कंकड़बाग थाने ने गांधी मैदान थाने को इसकी जानकारी दी. पुलिस को मामले की जानकारी करीब साढ़े 12 बजे मिली और उसके दस मिनट बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी.
गोपाल खेमका के बेटे को दी गई सुरक्षा
घटना के बाद गोपाल खेमका के छोटे बेटे गौरव को बिहार पुलिस ने सुरक्षा दी है. उनके बेटे की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गोपाल खेमका को भी पहले पुलिस सुरक्षा दी गई थी, बाद में उन्होंने सुरक्षा वापस कर दिया था. यह सुरक्षा भुगतान के आधार पर मुहैया कराई गई थी, जो उन्होंने अप्रैल 2024 में किया था. इसके बाद उन्होंने कभी सुरक्षा की मांग नहीं की.