बिहार में इस बात की चर्चा बुधवार को तेज हुई कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दिया है. ऐसी चर्चा छिड़ी कि उन्होंने अपना VRS आवेदन सरकार को भेजा है. अगर डॉ. सिद्धार्थ के इस आवेदन को मंजूर कर लिया गया तो वो सरकारी सेवा से मुक्त हो जाएंगे. उनके इस वीआरएस आवेदन को लेकर तरह-तरह के कयास भी लगाए जाने लगे. हालांकि डॉ. सिद्धार्थ के इस्तीफे की भी खबर सुर्खियों में बनी तो इस सूचना को भ्रामक बताकर इसका खंडन शिक्षा विभाग के पीआरओ ने कर दिया.
बिहार विधानसभा के अंदर दिखे अपर मुख्य सचिव
डॉ. एस सिद्धार्थ के इस्तीफा देने की अफवाह उड़ी तो सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा तेज हुई. हालांकि थोड़ी ही देर बार डॉ. सिद्धार्थ बिहार विधानसभा के अंदर मानसून सत्र की कार्यवाही में मौजूद दिखे. बाद में यह भी स्पष्ट हो गया कि डॉ. सिद्धार्थ ने ना तो इस्तीफा दिया है ना ही वीआरएस के लिए आवेदन दिया है.

शिक्षा विभाग के एसीएस हैं डॉ. सिद्धार्थ
डॉ. एस सिद्धार्थ बिहार के चर्चित आइएएस अफसरों में से एक हैं. अपने कड़क मिजाजी फरमानाें और बेहद सादगी भरे जीवन जीने के लिए डॉ. सिद्धार्थ अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद से जब आइएएस केके पाठक ने इस्तीफा दिया तो नीतीश सरकार ने डॉ. एस सिद्धार्थ को ही बिहार में शिक्षा की स्थिति में सुधार लाने का जिम्मा थमाया और शिक्षा विभाग के एसीएस बनाए गए थे.
इसी साल रिटायर होने वाले हैं डॉ. सिद्धार्थ
डॉ. एस सिद्धार्थ 30 नवंबर 2025 को रिटायर होने वाले हैं. इस साल के अंत तक ही उनकी सेवा है. वहीं इस बीच यह खबर बाहर आयी है कि उन्होंने करीब 4 महीने पहले ही ऐच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दिया है. उनके इस वीआरएस को अलग-अलग नजरिए से भी देखा जा रहा है.