संवाददाता,पटना बिहार के 14213 सरकारी स्कूलों में विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात 40 से अधिक है. ये वे स्कूल हैं, जहां हर एक शिक्षक पर 40 से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ाने की जवाबदेही है. 2977 स्कूलों में केवल दो ही शिक्षक हैं. राज्य में एक स्कूल वाले शिक्षकों की संख्या 354 है. वहीं 29 स्कूल ऐसे हैं,जहां एक भी शिक्षक पदस्थ नहीं है. शिक्षा विभाग ने इस आशय की जानकारी सोमवार को आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक की है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने जिला पदाधिकारियों को इस आशय की जानकारी देते हुए कहा है कि अपने स्तर से इसकी समीक्षा करें. तत्काल अस्थायी प्रतिनियुक्ति के माध्यम से शिक्षक विहीन, एक-शिक्षकीय और द्वि- शिक्षकीय विद्यालयों में आवश्यक संख्या में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये. अपर मुख्य सचिव सिद्धार्थ ने साफ किया है कि प्राथमिक स्कूलों में कम से कम से तीन शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी है. साथ ही मध्य और उच्च माध्यमिक स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी है. कई ऐसे भी स्कूल हैं, जहां विद्यार्थी शिक्षक अनुपात 40 से अधिक हैं डॉ सिद्धार्थ ने शिक्षकों की विशेष परिस्थितियों के कारण स्थानांतरण के लिए प्राप्त आवेदनों के आलोक में बताया है कि स्थानांतरण / पदस्थापन की कार्यवाही के फलस्वरूप कुछ एक विद्यालय शिक्षक विहीन, एक-शिक्षकीय अथवा द्वि-शिक्षकीय रह गये हैं. कई ऐसे भी स्कूल हैं,जहां विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात 40 से अधिक है.
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