India-Pakistan Conflict: बिहार के लाल रामबाबू सिंह जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना द्वारा गोलीबारी में शहीद हो गए. जिसके बाद से उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई. 9 मई को उन्हें गोली लगी थी. जिसके बाद वे अस्पताल में इलाजरत थे लेकिन, आज सुबह ही उनका निधन हो गया. जिसके बाद शहीद के परिजनों के बीच कोहराम मच गया. इसके साथ ही रामबाबू सिंह के शहीद होने की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत हो गए.
मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया दुख
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख भी व्यक्त किया है. सीएम नीतीश ने कहा कि, रामबाबू सिंह की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान भी कर दिया है.
परिजनों के लिए किया ऐलान
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, शहीद जवान रामबाबू सिंह के निकटतम आश्रित को राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी. साथ ही शहीद जवान रामबाबू सिंह का राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि, इससे पहले शहीद मो. इम्तियाज के परिजनों को भी 50 लाख रुपये की सम्मान राशि देने का ऐलान किया था.
बचपन से देशभक्ति के जज्बे से भरे
बता दें कि, शहीद जवान के पिता स्वर्गीय रामविचार सिंह बड़हरिया प्रखंड के हरिहरपुर पंचायत के पूर्व उप मुखिया रहे हैं. शहीद रामबाबू सिंह बचपन से ही देशभक्ति के जज्बे से भरे हुए थे. ऐसे में बीएसएफ का हिस्सा बने और भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान इनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में थी. जहां पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले में घायल हो गए. वे अस्पताल में इलाजरत थे. जिसके बाद आज उन्होंने अंतिम सांस ली. बिहार का एक और लाल शहीद हो गया.
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