India Pakistan Conflict: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर पूरे देशभर में हलचल अब तक मची हुई है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर पर तैनात बिहार के सपूत मो. इम्तियाज शहीद हो गए थे. जिसके बाद आज उनका पार्थिव शरीर बिहार लाया गया. शहीद मो. इम्तियाज का पार्थिव शरीर सारण पहुंचते ही पूरे गांव वाले की आंखें नम हो गई. तो वहीं, पटना में भी तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी.
आखिरी बार फोन पर क्या हुई बेटे से बातचीत ?
इधर, शहीद मो. इम्तियाज के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. बेटे ने रोते-रोते हुए आखिरी बार पापा से क्या कुछ बातचीत हुई, उसकी पूरी जानकारी दी. दरअसल, एक हिंदी न्यूज चैनल से बातचीत के क्रम में बेटे ने कहा कि, “अपने पापा पर बहुत प्राउड फील करता हूं. उन्होंने अंतिम सांस तक हार नहीं माना.” आगे बेटे ने यह भी बताया कि, “लास्ट टाइम पापा ने फोन कर बताया कि, आतंकियों ने हमला कर दिया है और मेरा दाहिना पैर डैमेज हो गया है. लेकिन, मैंने पापा को सांत्वाना दिया कि पापा आप घबराइए मत, मैं आ रहा हूं.”
फफक-फफककर रो पड़ा शहीद का बेटा
आगे बेटे ने यह भी बताया कि, “मैं सीधे दिल्ली पहुंचा. वहां जाकर पता चला कि, जम्मू के लिए कोई फ्लाइट नहीं है. लेकिन, फिर ट्रेन से ही गया. इसके बाद असिस्टेंट कमांडेंट का फोन आया और कहा कि, ही इस नो मोर…” बता दें कि, इतना कहते ही शहीद मो. इम्तियाज के बेटे फफक-फफककर रो पड़े. पूरा माहौल गमगीन हो गया. इधर, पार्थिव शरीर के सारण पहुंचते ही गांव वालों ने जोर-जोर से नारे लगाए. साथ ही नम आखों से महीद को श्रद्धांजलि दी.