Lalu Yadav- Jitan Ram Manjhi: बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ महीने का वक्त बाकी है. इससे पहले सियासी बयानबाजी का दौर भी तेज है. सत्ता पक्ष और विपक्ष जमकर एक दूसरे पर हमलावर हैं. रोज प्रेस कांफ्रेस और पोस्टर के जरीय निशाना साधा जा रहा है. कुछ रोज पहले ही तेजस्वी यादव ने बिहार में कुछ आयोगों में नियुक्तियों को लेकर ‘दामाद आयोग’ कहकर एनडीए सरकार पर सवाल किया था. अब हम पार्टी प्रमुख जीतन राम मांझी ने इस पर राजद को जवाब दिया है. मांझी ने आयोगों में दामादों को जगह दिए जाने को लेकर ट्वीट कर कहा कि बेटे और दामाद दो तरह के होतें है.

मांझी ने एक ट्विट में पूरे परिवार को लपेट दिया
बिहार के पूर्व सीएम ने X पर लिखा, “बेटे और दामाद दो तरह के होतें है. एक लायक, दूसरा नालायक. लायक बेटा अपने दम पर UNICEF में नौकरी करते हुए पढ़ाई करता है, UGC(NET) पास करके पीएचडी करता है फिर BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा पास करके विश्वविद्यालय में शिक्षक बन जाता है. नालायक बेटा 10वीं पास भी नहीं कर पाता, पिता की कृपा से क्रिकेट खेलता है और जब वहां भी फेल कर जाता है तो वही पिता उस नालायक बेटे को राजनीति में उतार देतें हैं और जबरदस्ती उसे दल की कमान सौंप देतें हैं.”
उन्होंने इसी पोस्ट में आगे लिखा, “वैसे ही लायक दामाद अपने समाज का पहला इंजीनियर होता है और कई चुनाव लड़ने, समाजिक कार्य करने के बाद योग्यता के आधार पर उन्हें कोई ओहदा दिया जाता है. वहीं दूसरी ओर नालायक दामाद इंजिनियरिंग करने के बावजूद घर जमाई बनता है और रोजाना सास-ससुर-साले की गाली सुनने के बावजूद सांसद पत्नी का पर्स ढोए फिरता है.”
बिहार की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें
चुनाव से पहले बिहार सरकार ने किया कई आयोगों का गठन
बिहार की नीतीश सरकार ने हाल ही में कुछ आयोगों का गठन किया था. इन आयोगों के गठन के बाद विपक्षी दलों ने और खासकर नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने खूब सवाल उठाये थे. उन्होंने कहा था कि सरकार को एक जमाई आयोग बना देना चाहिए ताकि एनडीए में शामिल सभी दलों के नेताओं के दामाद को सेट किया जा सके.
इसे भी पढ़ें: बिहार में स्कूलों का समय बदला, 23 जून से नया टाइम टेबल, जानें कितने बजे शुरू होगी क्लास