Kalagram: पटना. यूपी के प्रयागराज की तरह बिहार की विरासत से भी दुनिया अब परिचित होगी. बिहार के पटना और बोधगया में कलाग्राम बनेगा. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने कलाग्राम स्थापित करने की मंजूरी दे दी है. संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरुणिश चावला ने बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा को पत्र भेजकर जानकारी दी है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने केंद्र सरकार के निर्णय की जानकारी अपने सोशल मिडिया एक्स पर साझा की है.
प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को मोदी सरकार ने तोहफा दिया है. पटना और बोधगया में कलाग्राम के निर्माण का फैसला करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का कोटिशः आभार. यह पहल बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उसे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस कड़ी में बिहार के पटना और बोधगया का चयन किया जाना राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. यह कला ग्राम न केवल कला कलाकारों, शिल्पकारों और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगा, बल्कि कला, संस्कृति और परंपरा के संवर्धन में भी महत्वपूर्ण भूमि का निभाएगा.
प्रस्तावित दोनों कलाग्राम दक्षिण बिहार में
कुंभ मेले 2025 के दौरान प्रयागराज में स्थापित कलाग्राम को मिली भारी सफलता को देखते हुए, भारत सरकार ने देश भर में 20 नए कलाग्राम स्थापित करने का निर्णय लिया है. इस कड़ी में बिहार के पटना और बोधगया का चयन किया जाना राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. वैसे प्रस्तावित दोनों कलाग्राम दक्षिण बिहार में ही बनाये जाने से उत्तर बिहार के लोग निराश हैं. सहरसा और पूर्णिया में से किसी एक स्थान पर कलाग्राम बनाने की मांग की जाने लगी है.
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