बिहार में कटिहार जिले के बारसोई के अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) पर लगातार मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर बारसोई के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) हरिओम शरण ने जिला पदाधिकारी को शुक्रवार को अपना इस्तीफा दे दिया है. निर्वाचन आयोग द्वारा चलाये जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में एसडीओ पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है. पांच पन्ने की इस चिट्ठी के वायरल होते ही प्रशासनिक खेमे में हड़कंप मच गया है.
बीडीओ ने डीएम को भेजा इस्तीफा
डीएम को दिये लिखित त्याग पत्र में बीडीओ ने जिक्र किया है कि वर्तमान में निर्वाचन आयोग द्वारा चलाये जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में वो पूरी तत्परता से काम कर रहे हैं. प्रखंड व विधानसभा की इस कार्य की प्रगति पर निर्वाचन आयोग द्वारा की गयी वीसी में भी कोई नकारात्मक टिप्पणी नहीं की गई है. लेकिन अनुमण्डल पदाधिकारी बारसोई द्वारा बार-बार मुझे डांटा जाता है कि आप काम नहीं करते, सुस्त हैं. कोई रुचि नहीं ले रहे हैं. डीएम और आयोग को कार्रवाई के लिए लिख देंगे.
बीडीओ ने बतायी अपनी समस्या
बीडीओ ने अपने पत्र में कहा है कि वो कमर दर्द की समस्या (लोवर बैक पेन) से जूझ रहे हैं. जिसकी जानकारी अनुमण्डल पदाधिकारी को भी है. लेकिन फिर भी वो प्रतिदिन कम से कम 10 से 12 पंचायतों का दौरा करके वहां चलाये जा रहे डिजिटाइजेशन कैम्प का भ्रमण कर रहे हैं. बीडीओ ने कहा कि वहां बीएलओ सुपरवाइजर अपनी डिजिटाइजेशन करने वाली टीम के साथ होते है. उनसे भी इस सम्बंध में जानकारी ली जा सकती है. ग्रुप में फोटोज भी शेयर किये गये है. पर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा उन्हें कहा जाता है कि आप घर में सोए रहते हैं.
एसडीओ क्या बोले?
इस मामले में एसडीओ दीक्षित स्वेतम ने कहा कि उनपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के अभियान को लेकर चुनाव आयोग के द्वारा काम करने का दबाव है. सीनियर अधिकारी भी काम करने का रोज दबाव बना रहे हैं. ऐसे में अपने अधीनस्थ अधिकारी को काम में तेजी लाने के लिए कहा गया है जो जरूरी है.