संवाददाता, पटना. एलपीजी वितरकों की ओर से रविवार को होटल बुद्धा हेरिटेज में सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें एलपीजी वितरकों ने अपनी समस्याएं खुल कर रखीं. सम्मेलन में तीनों ऑयल कंपनियों-इंडियन ऑयल, एचपीसीएल और भारत गैस के करीब 250 वितरक शामिल हुए़. बैठक में देश के विभिन्न संगठनाें और राज्यों से संगठन पदाधिकारियों ने भाग लिया. मुख्य अतिथि के रूप में जगदीश राम और ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के अध्यक्ष बीएस शर्मा और संयोजक केके धनोटिया आदि मौजूद रहे. वितरकों ने प्रमुखता से ओटीपी आधारित डिलीवरी को लेकर आपत्ति जतायी. उनका कहना था कि अधिकतर उपभोक्ता गांव-देहात के हैं, जिन्हें ओटीपी सिस्टम में परेशानी होती है. वहीं, लगातार बढ़ते साइबर क्राइम से उपभोक्ता भी ओटीपी शेयर करने से झिझकते हैं, जिससे डिलीवरी प्रक्रिया में बाधा आती है. वितरकों ने मांग रखी कि गैस डिलीवरी सिस्टम को अधिक व्यावहारिक और सुरक्षित बनाया जाये. वितरकों ने कंपनियों द्वारा जबरन स्टोव, गैस पाइप, लाइटर और अन्य सामान बाजार मूल्य से दोगुने दाम पर बेचने के दबाव का भी विरोध किया. इसके अलावा गोदाम की क्षमता से अधिक स्टॉक रखने के नियमों पर भी चिंता जतायी. वितरकों ने कहा कि गोदामों पर अचानक निरीक्षण में दंडात्मक कार्रवाई की आशंका बनी रहती है.
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