Manish Kashyap: यूट्यूबर मनीष कश्यप की PMCH में पिटाई मामले में FIR दर्ज की गई है. पटना के पीरबहोर थाना में अज्ञात डॉक्टरों और PMCH के कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. जानकारी मिली है कि पत्रकार संघ के अध्यक्ष मोहन तिवारी (फरीदाबाद) की ओर से आवेदन दिया गया था, जिसके आधार पर यह प्राथमिकी दर्ज हुई है. पीरबहोर के थानेदार अब्दुल हलीम के अनुसार मनीष कश्यप को कॉल करने के बाद भी रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है. केस दर्ज हो गया है और मामले की जांच की जा रही है. हालांकि घटना वाले दिन उन्होंने केस करने से इनकार कर दिया था.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल करीब 15 दिन पहले मनीष एक मरीज की पैरवी करने पहुंचे थे. उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर्स से मरीज के साथ हो रही परेशानी और अंदर की व्यवस्था को लेकर सवाल करना शुरू कर दिया था. इसके बाद ड्यूटी में तैनात महिला डॉक्टर से बहस शुरू हो गई. बहस इतनी ज्यादा बढ़ गई कि धक्का-मुक्की के बाद मारपीट होने लगी.
SI की डॉक्टर बेटी से उलझे थे मनीष
डॉक्टर मनीष को कैंपस से खींचकर हॉस्टल की तरफ ले जाने के फिराक में थे. तभी ऐन वक्त पर पीरबहोर थाना के कैंपस में बनी TOP के पुलिसकर्मी पहुंच गए. जैसे-तैसे मनीष को वहां से निकालकर TOP में लाए. जहां जूनियर डॉक्टरों की भीड़ जमा हो गई. करीब 3 घंटे तक मनीष और उनके समर्थक बेबस रहे. माररपीट के बाद वह हॉस्पिटल में भर्ती रहे थे. वहां से डिस्चार्ज मिलने के बाद उन्होंने घटना की पूरी जानकारी दी थी.
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जूनियर डॉक्टरों ने बनाया था बंधक
मनीष कश्यप ने बताया था कि मुझे वहीं के जूनियर डॉक्टर ने 2.30 से 3 घंटे तक बंधक बनाया था. गार्ड्स और बॉडीगार्ड ने बदसलूकी नहीं की. ये लोग ज्यादातर आर्मी के रिटायर्ड जवान हैं. ये लोग मेरे साथ बदलसलूकी नहीं करते हैं. वहां मुझसे एक पेपर पर साइन करवाया गया. पेपर में क्या लिखवाया और लिखा गया मुझे नहीं मालूम है.
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