संवाददाता, पटना : मौर्यालोक स्थित मल्टी लेवल कार पार्किंग के निर्माण में संवेदक एजेंसी द्वारा बरती गयी घोर अनियमितता पर कार्रवाई को लेकर पटना नगर निगम का अंदरूनी विवाद फिर से सतह पर आ गया है. मेयर सीता साहू नेे प्रबंध निदेशक, स्मार्ट सिटी पटना के नाम जारी पत्र में उन्हें संवेदक एजेंसी पर संतोष कुमार द्वारा परिवाद पत्र के माध्यम से लगाये गये गंभीर आरोपों का जिक्र करते हुए निर्देशित किया है कि जब तक गहन जांच नहीं हो जाती है, तब तक किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया जाये और न ही आगे कोई काम करवाया जाये. उन्होंने नगर आयुक्त को लिखे पत्र में 17 जून को प्राप्त परिवाद पत्र की प्रति भी संलग्न किया है. इसमें एजेंसी पर फजीं व गलत अनुभव प्रमाणपत्र के उपयोग का आरोप है. एजेंसी द्वारा दिये गये अनुभव प्रमाणपत्र में समान कार्य के लिए इंदौर और पटना में अलग-अलग राशि दिखायी गयी है. एजेंसी के विरुद्ध पूर्व में गलत तरीके से निविदा प्राप्त करने के मामले में सीबीआइ द्वारा 15 सितंबर, 2023 को एफआइआर भी दर्ज है. एजेंसी द्वारा जारी प्रमाणपत्र पर और फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर प्राप्त कार्य के विरुद्ध भी इंदौर में एफआइआर दर्ज है.
निर्माण पूरा होने पर मिली शिकायत
वहीं, दूसरी ओर इस मामले में प्रबंध निदेशक, पटना स्मार्ट सिटी सह नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गयी है कि मल्टी लेवल कार पार्किंग का निर्माण करने वाली एजेंसी के खिलाफ निर्माण के बाद सूचना छुपाने की शिकायत सामने आयी थी, जिस पर कार्रवाई सुनिश्चित की गयी है. पटना स्मार्ट सिटी द्वारा कार्य का निर्माण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाता रहा है. गौरतलब है कि इस निर्माण कार्य की स्वीकृति बोर्ड से प्राप्त हुई है, जिसमें स्वयं महापौर सीता साहू भी सदस्य हैं. मौर्यालोक की इस मल्टी लेवल कार पार्किंग परियोजना का टेंडर 2023 में हुआ था. परियोजना का निर्माण पूरा होने के बाद मई, 2025 को जानकारी छुपाने की शिकायत प्राप्त हुई है. स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक ने पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और कड़ी कार्रवाई की जायेगी़
एजेंसी ने दोपहिया वाहनों के लिए लगायी थी बोली, जिसे किया जा चुका खारिज
शिकायत प्राप्त होने के बाद एजेंसी ने जो भी सूचना छिपायी है, उसके लिए उस पर कार्रवाई की गयी है. पटना स्मार्ट सिटी ने एजेंसी को शोकॉज 24/5/2025 को (पत्रांक- 2053) किया है. असंतोषजनक जवाब के बाद एजेंसी को प्रतिबंधित भी किया गया है. इसके साथ ही उसकी सिक्योरिटी मनी भी जब्त की गयी है. इसके साथ ही पुनः 30 मई को एजेंसी द्वारा दोपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए लगायी गयी बोली को पटना स्मार्ट सिटी ने शिकायत के आधार पर खारिज कर दिया है.
जवाब से संतुष्ट नहीं हैं मेयर सीता साहू
मेयर सीता साहू स्मार्ट सिटी एमडी सह नगर आयुक्त के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने स्मार्ट सिटी व नगर निगम में चल रही अन्य योजनाओं का भी प्राक्कलन मांगा है. सभी की जरूरत अनुसार जांच करवायी जायेगी.
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