नालंदा में कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में ही उलझ गए हैं. बुधवार को बिहारशरीफ में जमकर बवाल हुआ. सभी प्रखंडों के अध्यक्ष और पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मिलकर पार्टी के कार्यालय में ही ताला जड़ दिया. जिला कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम के गेट पर जमकर नारेबाजी हुई. मामला राहुल गांधी से नीट पेपर लीक के आरोपी की मुलाकात से जुड़ा है.
नीट पेपर लीक के आरोपी से राहुल को मुलाकात करवाने पर विरोध
दरअसल, कांग्रेस के तमाम प्रखंड अध्यक्षों और पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने हालत में राजगीर आए राहुल गांधी से नीट घोटाले के आरोपी की मुलाकात कराने पर कड़ी नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि जिले में दलाली और चापलूसी से कांग्रेसी की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को उन्होंने निशाने पर लिया. जिलाध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला को बर्खास्त करने की मांग कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी से की है.
कांग्रेस के सभी प्रखंड अध्यक्ष विरोध में उतरे
बेन प्रखंड अध्यक्ष राजीव कुमार गुड्डू ने कहा कि जबसे नरेश प्रसाद जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं, तब से यहां पार्टी कमजोर होती जा रही है. आरोप लगाया कि पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर रहे और किसी प्रखंड अध्यक्ष को भी जिलाध्यक्ष किसी कार्यक्रम में नहीं बुलाते. जिलाध्यक्ष के ऊपर जदयू से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए प्रखंड अध्यक्ष ने दावा किया कि नालंदा में जानबूझकर वो पार्टी को कमजोर कर रहे हैं.
जिलाध्यक्ष पर लगाए आरोप
हरनौत के प्रखंड अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी हाल में राजगीर आए तो जिलाध्यक्ष ने राहुल गांधी से मिलने वाले नेताओं की लिस्ट में सभी प्रखंड अध्यक्षों का नाम काट दिया और नीट पेपर लीक के आरोपी को राहुल गांधी से मिलवा दिया. राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश हुई.
रिसेप्शन लाइन के लिस्ट से नाम काटने का आरोप
जिला मीडिया सेल के प्रभारी उदय शंकर कुशवाहा समेत कई अन्य कांग्रेसियों ने कहा कि राजगीर के कार्यक्रम में सबने काफी मेहनत की थी. सैंकड़ों लोगों को साथ लेकर गए थे. लेकिन जानबूझकर हमलोगों का नाम रिसेप्शन लाइन के लिस्ट से काट दिया. राहुल गांधी को वैसे लोगों से हाथ मिलवा दिया जो अपराधी प्रवृति के थे.
प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी पर भी उठाए सवाल
कांग्रेसियों ने अपने ही प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी को भी घेरा. आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष की हकीकत जानने के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी सारी वस्तुस्थिति देखते हुए भी इन लोगों को शह दे रहे हैं. चुनाव के टिकट में धांधली की आशंका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जतायी है. कहा कि हर विधानसभा में ऐसे भावी प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर लेकर लोग घूम रहे हैं जो पिछले 5 साल में नजर भी नहीं आए.