NEET Exam Scam In Bihar: बिहार में NEET परीक्षा में फर्जीवाड़े का एक बड़ा खुलासा हुआ है. जिसमें समस्तीपुर और अररिया पुलिस ने बेगूसराय जेल के सरकारी डॉक्टर डॉ. रंजीत कुमार और दरभंगा निवासी रामबाबू मल्लिक को गिरफ्तार किया है. वहीं टेलीग्राम पर ‘NEET पेपर लीक’ नाम से ग्रुप बनाकर ठगी करने वाले पैथोलॉजिस्ट फैज को भी पुलिस ने दबोचा है.
डॉ. रंजीत और रामबाबू ने प्रत्येक अभ्यर्थी से 10-10 लाख रुपये की डील की थी. जिसमें से 1 से 1.5 लाख रुपये एडवांस लिया गया था. बाकी रकम रिजल्ट आने के बाद देने की बात थी. स्कॉलर को 4 लाख रुपये में तैयार किया गया था. रंजीत अभ्यर्थियों की व्यवस्था करता था और रामबाबू स्कॉलर (परीक्षा में बैठने वाला फर्जी छात्र) की.
बड़े परीक्षा माफिया के रूप में हुई सफाईकर्मी की पहचान
पुलिस जांच में पता चला है कि रंजीत समस्तीपुर के विभूतिपुर का रहने वाला है और बेगूसराय जेल में 2022 से डॉक्टर है. वह 3 अप्रैल से छुट्टी पर था और परीक्षा से दो दिन पहले से ही अभ्यर्थियों को मैनेज कर रहा था. गिरफ्तारी के समय उसके मोबाइल में 6 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, फोटो और हस्ताक्षर मिले. रामबाबू दरभंगा का निवासी है और पहले DMCH में सफाईकर्मी था. उसकी पहचान एक बड़े परीक्षा माफिया से DMCH में ही हुई थी.
टेलीग्राम के जरिए होती थी छात्रों से डील
अररिया पुलिस ने फैज को गिरफ्तार किया है, जो इस्लामनगर का रहने वाला है और टेलीग्राम पर @MeBldur नाम से ग्रुप चला रहा था. फैज ने NEET का पेपर पहले देने का झांसा देकर 6 छात्रों से UPI के माध्यम से पैसे लिए थे. फैज ने 2021 में बांग्लादेश के सिलहट स्थित नॉर्थ ईस्ट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया था और कुछ अन्य छात्रों का एडमिशन कराने से उसे पैसे मिलने लगे. इसके बाद लालच में आकर उसने भारत लौटकर ठगी शुरू कर दी.
पुलिस कर रही बैंक खातों को फ्रीज
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर कई जिलों में छापेमारी हुई, जिसमें SIT का गठन कर समस्तीपुर में रंजीत और रामबाबू को कार में बैठे हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने फैज का बैंक खाता डिटेल मांगा है और खाते को फ्रीज करने की तैयारी है. फिलहाल इस मामले में 7-8 और लोगों से पूछताछ चल रही है और कई अहम सुराग पुलिस को मिले हैं.