Neet Paper Leak: बिहार में हुए नीट पेपर लीक मामले ने पूरे देश में हलचल मचा दी थी. मामला तब और गंभीर हो गया जब नालंदा के संजीव मुखिया, उसके पुत्र और उसके गिरोह का नाम इस साजिश में सामने आया. जांच की जिम्मेदारी पटना पुलिस, CBI और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को दी गई थी, जो लगातार इस मामले में कार्रवाई कर रही है.
फरार संजीव मुखिया पर शिकंजा, घर पर चिपकाया गया इश्तेहार
करीब आठ महीने से फरार चल रहे संजीव कुमार की गिरफ्तारी या आत्मसमर्पण न करने पर EOU की टीम ने मंगलवार को नगरनौसा थाना क्षेत्र के शाहपुर बलबा गांव में उसके घर इश्तेहार चिपकाया. पटना से आई EOU की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से यह कानूनी प्रक्रिया पूरी की. वहीं, उसका बेटा डॉक्टर शिव कुमार पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
CBI और ईओयू की अब तक की कार्रवाई
CBI ने इस मामले में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश समेत 33 स्थानों पर छापेमारी कर अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 15 गिरफ्तारियां बिहार पुलिस ने की थीं. जांच एजेंसियों ने संजीव मुखिया के घर और ऑफिस में तीन बार छापेमारी की है.
छापेमारी में बरामद हुए अहम सुराग
संजीव मुखिया के ठिकानों से छापेमारी के दौरान 11.5 लाख रुपये नकद, कई वाहनों के कागजात, दर्जनभर से अधिक मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किए गए थे. संजीव मुखिया नालंदा के नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था, लेकिन कई महीनों से वह फरार चल रहा है.
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गिरफ्तारी के डर से भूमिगत, जब्त हो सकती है संपत्ति
मुख्य साजिशकर्ता के रूप में नाम आने के बाद से ही संजीव मुखिया भूमिगत हो गया है. पुलिस और सीबीआई की टीम लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है. प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यदि वह जल्द आत्मसमर्पण नहीं करता है, तो उसकी संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.