Nirbhaya in Bihar: पटना. बिहार के मुजफ्फरपुर की दुष्कर्म पीड़िता बच्ची ने सात दिनों तक संघर्ष के बाद रविवार को पीएमसीएच में दम तोड़ दिया. मौत के बाद पटना से लेकर मुजफ्फरपुर तक दिनभर हंगामा होता रहा. पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव लाया गया. गांव में गम और गुस्से का माहौल है. आक्रोशित लोगों ने आरोपी का घर फूंक दिया है. पुलिस की मौजूदगी में बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया. कांग्रेस इस मुद्दे को अब आगे लेकर जायेगी. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखने का एलान किया है.
राहुल गांधी ने किया ट्वीट
राहुल गांधी ने सोमवार को किये अपने ट्वीट में लिखा है कि मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बेटी के साथ दरिंदगी और फिर इलाज़ में हुई लापरवाही बेहद शर्मनाक है. अगर समय पर इलाज़ मिला होता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी. लेकिन डबल इंजन सरकार ने सुरक्षा तो दूर, जीवन रक्षा में भी घोर लापरवाही बरती. पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक हम चुप नहीं बैठेंगे. दोषियों और लापरवाह अफसरों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए. इस बीच मामले की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर के ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने केस में हत्या की धारा जोड़कर चार्जशीट दायर करने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि आरोपित पर स्पीडी ट्रायल चलाने की अनुशंसा की जाएगी. जेल में बंद आरोपित को केस का फैसला होने तक जमानत नहीं मिलेगी. साथ ही आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है.
एक वर्ष की थी तब हो गई थी पिता की मौत
पीएमसीएच में स्त्री एवं प्रसूति विभाग के बाहर रोती बिलखती मां ने बताया कि बच्ची जब एक साल की थी तब उसके पिता की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही वह मजदूरी कर गुजर बसर कर रही थी. उन्होंने बताया कि आरोपित मनियारी थाने के हरपुर बलड़ा निवासी रोहित सहनी (27) बीते 26 मई को बच्ची को मौसी के घर साइकिल से पहुंचाने के बहाने ले गया. रास्ते में उसे चॉकलेट व कुरकुरे भी खरीद कर दिया. इसके बाद घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर सुनसान चौर में ईंट-भट्ठा में दुष्कर्म किया और चाकू से गला रेत दिया. घटना के बाद भी मुजफ्फरपुर में उपचार को लेकर भागा-दौड़ी करनी पड़ी. मां ने रोते हुए कहा कि पीएमसीएच में उसे बेड तक नहीं मिला व रविवार की सुबह सवा आठ बजे उसकी मौत हो गई.
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