Bihar Government: राज्य के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन और दुग्ध उत्पादन में शामिल समितियों की आय दोगुनी की जाएगी. यह बातें उन्होंने रविवार को पटना में बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड की 76वीं वार्षिक आमसभा में कही.
इन संस्थाओं की भूमिका अहम
इस मौके पर उपस्थित बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि राज्य की 76 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष रूप से कृषि कार्य पर निर्भर है. इसलिए कृषि विभाग की तरफ से उन्हें जितनी सहयोग की जरूरत होगी, उतना किया किया जाएगा. कृषि के विकास में सहकारी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है.
एक साथ जुड़ेंगे कृषि, सहकारिता एवं पशुपालन
वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य में सहकारिता के माध्यम से सिर्फ 24 लाख लोग ही जुड़े हैं. कम से कम एक करोड़ लोगों को इससे जोड़ने की योजना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर अमृत सरोवर का निर्माण लगभग सभी जिले में हुआ है और इसे आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि कृषि, सहकारिता एवं पशुपालन तीनों को एक साथ जोड़ने की तैयारी है.
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सहकारी बैंकों की प्राथमिकता
बैठक में राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष रमेश चन्द्र चौबे ने कहा कि सहकारिता की परिकल्पना ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबों, मजदूरों की आर्थिक स्थिति में सुधार के उद्देश्य से की गई है. समाज की अंतिम पंक्ति में शामिल लोगों की सहायता करना ही सहकारी बैंकों की प्राथमिकता है.
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