संवाददाता, पटना पटना वीमेंस कॉलेज के कॉमर्स विभाग ने इकोनॉमिक्स विभाग के सहयोग से बुधवार को डिकोडिंग पर्सनल फाइनेंस मैनेजमेंट: स्मार्ट मनी मूव्स विषय पर वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया. बेलवेदर एसोसिएट्स, गुरुग्राम के सहयोग से आयोजित इस सत्र का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को समझदारी भरे वित्तीय निर्णय लेने के लिए आवश्यक ज्ञान और व्यावहारिक उपकरण प्रदान करना था. कार्यशाला में अनुशासित बचत के महत्व पर विशेष जोर दिया गया. संदेश दिया गया कि खर्च करने के बाद जो बचता है, उसे न बचाएं, बल्कि बचाने के बाद जो बचता है, उसे खर्च करें. बेलवेदर एसोसिएट्स और ऑक्सानो कैपिटल गुरुग्राम के मैनेजिंग पार्टनर बृजेश दामोदरन मुख्य वक्ता के रूप में थे. उन्होंने दीर्घकालिक बजट पर महंगाई के प्रभावों को विस्तार से समझाया और यह भी बताया कि प्रारंभिक निवेश कैसे चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति से दीर्घकाल में उल्लेखनीय लाभ देता है. दामोदरन ने निवेश में देरी के नकारात्मक प्रभावों को उजागर करते हुए बताया कि सिर्फ पांच साल की देरी से भी कितनी बड़ी अवसर हानि हो सकती है. प्रतिभागियों को फंड प्रबंधन, जोखिम विविधीकरण, परिसंपत्ति आवंटन और लक्ष्य आधारित निवेश के लिए “श्री-बकेट स्ट्रैटेजी ” जैसी महत्वपूर्ण अवधारणाओं से परिचित कराया गया. इसके अतिरिक्त, रूल ऑफ 72 और 114 जैसे सरल सूत्रों के माध्यम से निवेश की वृद्धि का अनुमान कैसे लगाया जाये, इसकी भी विस्तृत जानकारी दी गयी. सत्र में यह स्पष्ट किया गया कि टाइम इन द मार्केट अधिक महत्वपूर्ण है, बजाय इसके कि हम मार्केट को टाइम करने का प्रयास करें. साथ ही, दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए जोखिम प्रबंधन, स्वास्थ्य और जीवन बीमा की अनिवार्यता पर भी बल दिया गया. सत्र का कुशल संचालन बीकॉम (अकाउंटिंग एंड फाइनेंस) तृतीय सेमेस्टर की छात्रा अनन्या गुप्ता ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन इकोनॉमिक्स विभाग की पंचम सेमेस्टर की छात्रा अनु श्रुति की ओर प्रस्तुत किया गया. इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में बीकॉम (ऑनर्स) अकाउंटिंग एंड फाइनेंस, बीकॉम (ऑनर्स) कॉमर्स प्रोफेशनल और बीए (ऑनर्स) इकोनॉमिक्स के पांचवें सेमेस्टर के छात्राओं ने भाग लिया.
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