Patna Metro: पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर (ISBT से मलाही पकड़ी) का कार्य अब आखिरी चरण में है. 6 किलोमीटर लंबे इस एलिवेटेड ट्रैक पर 5 मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं. इन स्टेशनों पर सिविल वर्क 90% से ज्यादा पूरा हो चुका है. फिलहाल फिनिशिंग और इलेक्ट्रिक पोल की इंस्टॉलेशन तेजी से की जा रही है. ट्रैक पर पटरियां बिछा दी गई हैं और ट्रैक्शन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. बताया जा रहा है कि अगले 40 दिनों में बचा हुआ कार्य भी पूरा हो जाएगा. बिहार सरकार के तमाम नेताओं ने बीते दिनों यह दावा किया था कि 15 अगस्त से पटना में मेट्रो दौड़ने लगेंगी.
बारिश में भी बिना रुके हो रहा काम
काम को समय पर पूरा करने के लिए मशीनों की संख्या तीन गुना कर दी गई है. मजदूरों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. अब दिन-रात तीन शिफ्ट में काम कराया जा रहा है. पहले रूफ सेटिंग के लिए एक या दो क्रेन लगाई जाती थीं, लेकिन अब तीन से ज्यादा क्रेन काम में लाई जा रही हैं. इसके अलावा बरसात के मौसम में भी काम जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
स्टील स्पैन से हो रहा निर्माण
निर्माण की गति बढ़ाने के लिए पिलर 64 से 69 तक सीमेंट की जगह स्टील स्पैन का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह स्ट्रक्चर हैदराबाद से मंगाया गया है जिससे निर्माण तेज हो सके. अधिकारियों का मानना है कि इससे मजबूती पर कोई असर नहीं पड़ेगा और समय की बचत होगी.
15 अगस्त से मेट्रो शुरू करने का दावा
मेट्रो कोच के पटना पहुंचने की सूचना भी जल्द मिलने वाली है. अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो 15 अगस्त तक राजधानी में मेट्रो का संचालन शुरू हो सकता है. हालांकि, अधिकारी अभी आधिकारिक तौर पर कोई दावा नहीं कर रहे हैं. फिर भी प्रयास इस दिशा में लगातार जारी हैं कि पटना मेट्रो तय समय पर ट्रैक पर दौड़ सके.