संवाददाता, पटना.
पटना मेट्रो परियोजना की प्रतीक्षा कर रहे लोगों के लिए राहत की खबर है. पुणे मेट्रो से किराये पर मंगायी गयी तीन कोच यानी पहली ट्रेन देर रात पटना पहुंच गयी. ट्रेन को कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष प्रकार के तीन ट्रेलर द्वारा लाया गया और कंकड़बाग स्थित मेट्रो डिपो परिसर में उसे उतारने की तैयारी शुरू कर दी गयी.पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएमसीआरएल) के अधिकारी और कर्मचारी रात से ही डिपो में डटे रहे. सूत्रों के मुताबिक, रात दो बजे तक पूरी टीम ट्रेन को सुरक्षित ट्रैक पर उतारने की प्रक्रिया में जुटी रही. ट्रेन को विशेष हाइड्रॉलिक ट्रेलर पर लाया गया था, जो लगभग 20 किमी प्रतिघंटा की गति से शहर में दाखिल हुआ. बता दें कि बिहार सरकार ने 15 जुलाई को पटना मेट्रो के प्राथमिकता कॉरिडोर पर परिचालन के लिए पुणे मेट्रो से 3-कोच ट्रेन किराये पर लेने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. इसके लिए 21.15 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये. ट्रेन का परिचालन कॉरिडोर-2 के एलिवेटेड हिस्से पर होना है. आइएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक ओर मलाही पकड़ी स्टेशन तक चलने वाले इस रूट को ‘प्रायोरिटी कॉरिडोर’ नाम दिया गया है. इसकी लंबाई करीब 6.2 किलोमीटर है.
कल मंत्री की अध्यक्षता में ट्रायल पर होगा मंथन
इस बीच सोमवार को नगर विकास मंत्री की अध्यक्षता में एक अहम बैठक प्रस्तावित है, जिसमें आरडीएसओ समेत अन्य तकनीकी संस्थाएं शामिल होंगी. इसी बैठक में यह तय किया जायेगा कि ट्रायल किन स्टेशनों के बीच होगा और उस दौरान ट्रेन की गति कितनी रखी जायेगी.
डिपो में ओएचई, ट्रैक, पॉवर सबस्टेशन समेत सभी जरूरी तकनीकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. ट्रायल से पहले आरडीएसओ द्वारा ट्रेन की फिटनेस, ब्रेकिंग सिस्टम और ट्रैक टेस्टिंग की प्रक्रिया की जायेगी. गौरतलब है कि पटना मेट्रो परियोजना की कुल लागत करीब 13,365.77 करोड़ है, जिसके पहले चरण में दो कॉरिडोर और 24 स्टेशन विकसित किये जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है