Patna News: पटना. बिहार की राजधानी पटना के परसा बाजार थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या का मामला सुलझ गया है. हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस टीम ने खुलासा किया है कि ब्लैकमेलिंग से तंग महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ब्लैकमेलर युवक की हत्या कर दी है. मृतक की पहचान सारण जिले के अवतार नगर थाना अंतर्गत नया हराजी टोला निवासी 30 वर्षीय सूरज कुमार के रूप में हुई है. पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह घटना 19 जून की सुबह सामने आई जब स्थानीय लोगों ने रेलवे लाइन के पास खेत में एक युवक का शव देखकर पुलिस को सूचना दी. पहले शव की पहचान नहीं हो सकी थी, लेकिन बाद में स्वजनों के आने पर उसकी पहचान सूरज कुमार के रूप में हुई.
महिला को सूरज कर रहा था ब्लैकमेल
इस मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में बेउर थाना क्षेत्र के साईंचक निवासी महिला, एतवारपुर निवासी विजय कुमार और बैरिया बाजार निवासी अश्विनी कुमार शामिल हैं. इनके पास से तीन मोबाइल फोन, एक अपाचे बाइक और हत्या में प्रयुक्त नुकीला लोहे का हथियार बरामद किया गया है. एसएसपी ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि कि महिला ने अपने पहले पति राहुल राज को छोड़ा रखा है, लेकिन कानूनी रूप से तलाक नहीं लिया है. उससे उसे तीन बच्चे हैं. बाद में महिला विजय के साथ रहने लगी थी, और इसी माध्यम से उसकी पहचान सूरज से हुई थी. महिला का प्रेम संबंध विजय कुमार और उसके चालक सूरज दोनों से था. सूरज ने महिला के साथ निजी पलों के अश्लील वीडियो और फोटो बना लिए और उन्हें दिखाकर महिला को शारीरिक संबंध के लिए ब्लैकमेल करने लगा. लगातार ब्लैकमेलिंग से परेशान महिला ने इस बारे में विजय को बताया.
नये सिम का किया गया उपयोग
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि विजय ने सूरज की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अपने दूसरे चालक अश्विनी कुमार को लगाया. योजना के तहत महिला ने खाने-पीने के बहाने सूरज को एतवारपुर के डेरा पर बुलाया और फिर विजय को इसकी सूचना दी. विजय और अश्विनी बाइक से वहां पहुंचे और दोनों ने सूरज को सुनसान खेत में ले जाकर पहले गला दबा कर उसकी हत्या कर दी, फिर सीने में नुकीले हथियार से वार किया. एसएसपी ने कहा कि हत्या के बाद आरोपियों ने नए सिम कार्ड का उपयोग किया, ताकि पुलिस उनकी लोकेशन या कॉल डिटेल्स से सुराग न पा सके. लेकिन पुलिस की तकनीकी टीम ने कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पूरे मामले की कड़ियाँ जोड़ीं और तीनों आरोपियों को धर दबोचा.