Patna Zoo: संजय गांधी जैविक उद्यान (पटना जू) में अब घूमना महंगा हो गया है. जू प्रशासन ने टिकट और अन्य सुविधाओं की दरों में बढ़ोतरी कर दी है, जो 1 अप्रैल से लागू होगी. जू प्रशासन ने इसका प्रस्ताव वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को फरवरी में भेजा था, जिसे विभाग से बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई है.
बढ़ी एंट्री फीस
अब वयस्कों (Adult) के लिए टिकट 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये और बच्चों के लिए 10 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है. स्कूल छात्रों के ग्रुप (कक्षा 10 तक, 10 या अधिक छात्र) को प्रति व्यक्ति 10 रुपये देना होगा, लेकिन इसके लिए पहचान पत्र साथ लाना अनिवार्य होगा.
विशेष शुल्क
1 जनवरी को प्रवेश शुल्क वयस्कों के लिए 150 रुपये और बच्चों के लिए 60 रुपये रखा गया है. वहीं शिशु उद्यान का टिकट 10 रुपये कर दिया गया है.
बोटिंग के लिए भी बढ़े शुल्क
जू में बोटिंग का आनंद लेने के लिए अब अधिक पैसे खर्च करने होंगे. पहले जहां दो-सीटर बोट का शुल्क 80 रुपये और चार सीटर का 100 रुपया लगता था. अब उसे बढ़ाकर 100 रुपये और 120 रुपये कर दिया गया है. वहीं मछली घर का टिकट वयस्कों के लिए 10 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है, जबकि बच्चों के लिए यह 5 रुपये से बढ़कर 10 रुपये हो गया है.
मॉर्निंग वॉक पास का शुल्क भी बढ़ा
पटना जू में रोज़ाना करीब 9000 लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं. अब उन्हें पास के लिए अधिक भुगतान करना होगा. फिलहाल उन्हें तीन माह के लिए 1000 रुपये देना होता है. जिसे बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया गया है. छह माह के लिए 1500 रुपये देना पड़ता था लेकिन अब 2000 रुपये चुकाना होगा. एक साल के पास के लिए 2000 की जगह अब 2500 रुपये का भुगतान करना होगा.
सीनियर सिटीजन पास:
तीन माह के लिए: 700 रुपये
छह माह के लिए: 1000 रुपये
एक साल के लिए: 1500 रुपये
जू में सुरक्षा बढ़ाने के लिए 250 CCTV कैमरे लगे
जू प्रशासन ने जानवरों की सुरक्षा और मॉनिटरिंग के लिए बड़े कदम उठाए हैं. करीब 250 नए सीसीटीवी कैमरे विभिन्न बाड़ों में लगाए गए हैं, जिससे जानवरों के स्वास्थ्य और गतिविधियों पर निगरानी रखना आसान होगा. आने वाले समय में एक सेंट्रल मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम भी बनाया जा सकता है, जहां से सभी जानवरों की निगरानी की जा सकेगी.
जू प्रशासन का कहना
जू प्रशासन का कहना है कि चिड़ियाघर के विस्तार, नई सुविधाओं और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए शुल्क बढ़ाया गया है. इससे जू में जानवरों की देखभाल और प्रबंधन को और बेहतर बनाया जा सकेगा.