Passports in Bihar: पटना. बिहार में पासपोर्ट बनवाने की ललक तेजी से लोगों में बढ़ रही है. अब यहां सालाना औसतन साढ़े 3 से 4 लाख पासपोर्ट बनने लगे हैं. बिहार में पासपोर्ट बनवाने वाले लोगों की संख्या में 2020 की तुलना में 2024 यानी 5 वर्षों में बढ़कर दोगुनी से अधिक हो गई. 2020 में 1 लाख 71 हजार लोगों को पासपोर्ट जारी किए गए थे. वहीं, 2024 में यह संख्या बढ़कर 3 लाख 86 हजार से अधिक हो गई. हालांकि 2019 और 2020 में कोविड-19 की वजह से भी पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में कमी दर्ज की गई थी. लेकिन, इसके पहले के वर्षों से भी तुलना करें, तो भी हाल के वर्षों में इसे बनवाने वालों की संख्या में एक लाख से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. 2018 में 2 लाख 57 हजार से अधिक लोगों ने पासपोर्ट बनवाए, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 3 लाख 86 हजार से अधिक हो गई.
वाल्मिकीनगर को छोड़ सभी जगह खुले केंद्र
बिहार के 40 लोकसभा क्षेत्रों में से 39 में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोल दिए गए हैं. इससे तकरीबन सभी जिलों के मुख्यालय कवर हो गए हैं. अब सिर्फ एक लोकसभा क्षेत्र वाल्मिकीनगर (बगहा) में पासपोर्ट सेवा केंद्र खुलना बचा हुआ है. यहां भी इसे जल्दी ही खोलने को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है. पटना और दरभंगा में पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) है, जबकि अन्य स्थानों पर पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) खोले गए हैं. ये केंद्र संबंधित जिला या इसके मुख्यालयों में मौजूद पोस्ट ऑफिस में खोले गए हैं. पटना के गर्दनीबाग में 1.5 एकड़ जमीन पासपोर्ट के क्षेत्रीय कार्यालय खोलने के लिए उपलब्ध कराई गई है. इसके डिजाइन को जल्दी ही अंतिम रूप देकर इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
इन शहरों के लोग बनवा रहे सबसे अधिक पासपोर्ट
पटना स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के स्तर से लोगों को जिला या लोकसभा क्षेत्रवार खोले गए पासपोर्ट सेवा केंद्रों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है. ताकि संबंधित क्षेत्र के लोग अपने यहां से ही इसके लिए आवेदन कर सकें. उन्हें पटना या दरभंगा आने की आवश्यकता महसूस नहीं हो. बिहार में आधा दर्जन से अधिक जिले ऐसे हैं, जहां पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या अधिक है. इनमें सीवान, गोपालगंज, पटना, पूर्णिया, दरभंगा, किशनगंज समेत अन्य जिले शामिल हैं. जिन जिलों में पासपोर्ट बनवाने के आवेदन अधिक आते हैं, वहां इनका निपटारा जल्द कराने के लिए पटना स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय की तरफ से मोबाइल वैन कैंप भी लगाए जाते हैं. लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए बिहार सरकार केंद्रीय विदेश मंत्रालय का पूरा सहयोग कर रही है.