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PM Awas Yojana: बिहार में प्रधानमंत्री आवास के 88 करोड़ रुपये दवाई और बेटा-बेटियों की शादी पर खर्च

PM Awas Yojana: बिहार में ग्रामीण विकास विभाग की ओर से की गयी जांच में खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का 88 करोड़ रुपये दवाई और बेटा-बेटियों की शादी पर लाभुकों द्वारा खर्च कर दिया गया है.

मनोज कुमार, पटना. बिहार के 7338 लोगों ने प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण (PM Awas Yojana) का पैसा लेकर दवाई और बेटियों की शादी पर खर्च कर दिये हैं. इस राशि से दूसरे कार्य भी किये गये. मगर, आवास का निर्माण नहीं किया गया. प्रति लाभुक 1.20 लाख और आइएपी जिले में 1.30 लाख रुपये लाभुकों को दिये गये थे. इस हिसाब से लगभग 88 करोड़ रुपये दवाई, बेटा-बेटियों की शादी और दूसरे कार्यों में खर्च कर दिये गये. जबकि प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन करने वाले 9908 लोग राज्य से पलायन कर गये हैं. वे अब अपने पते पर नहीं रह रहे हैं. 5269 आवेदकों का निधन हो गया है. इनके निधन के बाद कानूनी रूप से अब कोई इनके वारिस भी नहीं हैं. 5291 लोगों के बीच जमीन विवाद चल रहा है. वहीं, 17885 आवास निर्माणाधीन हैं. ग्रामीण विकास विभाग की ओर से की गयी जांच में इसका खुलासा हुआ है.

44301 आवास का निर्माण अधूरा

वर्ष 2016-17 से 2021-22 तक 37 लाख 1 हजार 138 आवास निर्माण का लक्ष्य था. इसमें 37 लाख 747 आवास निर्माण की स्वीकृति दी गयी. 36 लाख 48 हजार 793 लाभुकों को तीसरी किस्त की राशि दी जा चुकी है, इनमें 36 लाख 56 हजार 446 आवास का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है. 44301 का निर्माण कार्य अभी अधूरा है.

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इस साल बनने हैं 2.43 लाख आवास, अब तक 2.87% ही पूर्ण

इस वित्तीय वर्ष 2 लाख 43 हजार 905 आवास निर्माण का लक्ष्य निर्धारित है. इसमें 2 लाख 34 हजार 458 आवास स्वीकृत कर दिये गये हैं. इनमें 214012 को पहली, 75873 को दूसरी और 5127 लाभुकों को तीसरी किस्त का भुगतान कर दिया गया है. 6729 आवास का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है. अभी 2 लाख 72 हजार 302 आवास का निर्माण कार्य किया जाना है. अब तक कुल 2.87% आवास का निर्माण पूर्ण हुआ है.

Radheshyam Kushwaha
Radheshyam Kushwaha
पत्रकारिता की क्षेत्र में 12 साल का अनुभव है. इस सफर की शुरुआत राज एक्सप्रेस न्यूज पेपर भोपाल से की. यहां से आगे बढ़ते हुए समय जगत, राजस्थान पत्रिका, हिंदुस्तान न्यूज पेपर के बाद वर्तमान में प्रभात खबर के डिजिटल विभाग में बिहार डेस्क पर कार्यरत है. लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ हर दिन कुछ न कुछ सीखने की कोशिश करते है. धर्म, राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों को पढ़ते लिखते रहते है.

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