पटना सिटी. कॉलोनी में बाघ के घूमने का वायरल वीडियो और फोटो प्रकरण में मेहदीगंज थाना पुलिस ने एक युवक को थाना लाकर पूछताछ की. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया. हालांकि वायरल वीडियो व फोटो की प्रभात खबर पुष्टि नहीं करता है. मेहंदीगंज थानाध्यक्ष किशोर कुणाल झा ने बताया कि अभी तक कहीं से यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कॉलोनी व आसपास में बाघ आया है. बाघ के भ्रमण का चिह्न भी नहीं मिला है. ऐसे में यह अफवाह प्रतीत होता है. थानाध्यक्ष ने कहा कि ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग को सूचित किया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि तफ्तीश में यह बात सामने आयी है कि फोटो को एडिट कर वायरल कर दिया गया है.दरअसल मामला यह है कि मेहंदीगंज थाना के धनकटी गांव से सटे राम कॉलोनी में बाघ के विचरण की सूचना पर ग्रामीणों में अफरातफरी का माहौल बन गया. पुलिस भी ग्रामीणों की सूचना पर सत्यता जांचने के लिए पहुंची. इतना ही नहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने वन विभाग को भी इसकी सूचना दी. मेहंदीगंज थाना पुलिस का कहना है कि शरारती युवकों ने टाइगर के फोटो को एडिट कर सोशल साइट पर डाला है. पुलिस ने बताया कि तफ्तीश में कॉलोनी के वांशिदों ने किसी ने भी बाघ के देखने की पुष्टि नहीं की. इस दौरान अधिकांश के मोबाइल की गैलरी में बाघ की तस्वीर व वीडियो है. जो एक दूसरे को शेयर कर चर्चा कर रहे है. एक युवक का कहना है कि बुधवार को दिन में तीन साढ़े तीन बजे के बीच बाघ जैसी आकृति गली में देखी गयी है. इसी बीच ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने छानबीन की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है