Lalu Yadav: राजद नेता तेजस्वी यादव ने कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर सीतामढ़ी के सोनबरसा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव ने समाज के दबे-कुचले लोगों को आवाज दी है. इसलिए वे भारत रत्न के हकदार हैं. अब तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद बिहार की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. सता पक्ष के नेता लगातार तेजस्वी यादव और राजद पर निशाना साध रहे है. सता पक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि क्या लालू यादव को जंगलराज के लिए भारत रत्न दिया जाए? अब तेजस्वी यादव ने भी सता पक्ष के बयान पर जवाबी हमला किया है. उन्होंने कहा कि यही तो बीजेपी की मानसिकता है. जब कर्पूरी ठाकुर जीवित थे, तब बीजेपी के लोग उन्हें गाली देते थे.
तेजस्वी यादव ने किया पलटवार
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, “इन्होंने (बीजेपी) बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और कर्पूरी ठाकुर को गाली देने का काम किया है. इनको अभी समझ नहीं आएगा. अंबेडकर और कर्पूरी ठाकुर को कितने साल बाद भारत रत्न मिला? जो भी महापुरुष हैं उनकी कुर्बानी क्या रही है समाज में क्या योगदान रहा है बाद में पता चलेगा. उस समय जो भी पक्ष या विपक्ष में रहेगा उस समय लालू यादव को भारत रत्न देने की मांग भी होगी और लोग भारत रत्न देने का काम भी करेंगे.”
इन्हें पिछड़ों के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं
RJD नेता तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि इन्होंने (बीजेपी) जातिगत जनगणना के लिए भी मना किया था. इन्हें कर्पूरी ठाकुर के बारे में क्या पता है? ये RSS के स्कूल में पढ़े-लिखे लोग हैं. इन्हें आरक्षण और पिछड़ों के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है. इन लोगों (बीजेपी) को पीएम मोदी जब स्टैंडअप बोलेंगे तो ये स्टैंडअप हो जाएंगे, जब सिट डाउन तो सिट डाउन हो जाएंगे.”