Prashant Kishor: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज हुआ है. राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने यह मानहानि का केस किया है. यहां तक कि अशोक चौधरी ने तो सुप्रीम कोर्ट जाने की भी बात कही है. मंत्री ने यह जानकारी मंगलवार (03 जून, 2025) को पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी.
पीके के जवाब से असंतुष्ट मंत्री
जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि प्रशांत किशोर को हमने लीगल नोटिस भेजा था. लीगल नोटिस पर उनका जवाब आया, लेकिन जवाब में ऐसा प्रतीत नहीं हुआ कि वे अपनी गलती मान रहे हैं. प्रशांत किशोर ने जो जवाब दिया है वो संतोषजनक नहीं था… तो मेरे लिए जो संविधान के तहत अधिकार है उसके अलावा कोई उपाय नहीं था तो हमने मानहानि का केस दर्ज कराया है. या तो वो इस बात को प्रमाणित करें या फिर माफी मांगें कि हमने अपनी बेटी को पैसा देकर टिकट दिलाया है.
पीके पर गोल-गोल घुमाने का आरोप
इसके बाद अशोक चौधरी ने कहा कि गोल-गोल घुमाने से नहीं होगा. आप (प्रशांत किशोर) तो राजनीतिक पार्टियों के व्यापारी हैं. राजनीतिक पार्टियों के काम के लिए आप पैसा लेते हैं. हम लोग तो शुद्ध राजनीति करते हैं. हमारी 25 साल की बेटी जो सांसद है और यही इनको पच नहीं रहा है कि कम उम्र में दलित की बेटी पढ़-लिखकर सांसद हो गई. तो आप राजनीत में कुछ भी बोलकर जा नहीं सकते.
आरोप प्रमाणित करिए या माफी मांगिए: अशोक चौधरी
मंत्री ने प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए कहा कि आप प्रमाणित करिए कि हमने चिराग पासवान को पैसा दिया है, लोजपा को पैसा दिया है और टिकट लिया है, नहीं तो माफी मांगिए. इस मामले को लेकर हम सुप्रीम कोर्ट तक केस लड़ेंगे. हमारे मां-बाप ने पढ़ाया-लिखाया है तो सिर्फ इसलिए नहीं कि एमपी-एमएलए बन जाइए. हम उस समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं जिस समाज के पास लंबे समय तक आवाज नहीं थी, तो बिल्कुल लड़ूंगा.
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पीके के बयान पर मानहानि का केस दर्ज
ज्ञात हो कि प्रशांत किशोर ने कुछ दिनों पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक चौधरी को लेकर कहा था कि उनका (अशोक चौधरी) राजनीतिक चरित्र क्या है, यह सबको पता है. उन्होंने टिकट खरीदकर अपनी बेटी (शांभवी चौधरी) को सांसद बनवाया. पीके के इसी बयान पर अब अशोक चौधरी ने मानहानि का केस किया है.
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