प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता मंदिर, मस्जिद, धर्म, मजहब और जाति के नाम पर अपना वोट देती रही है. किसी मतदाता ने अपने बच्चों की पढ़ाई और उसके रोजगार के नाम पर वोट नहीं दिया है. यदि आप अपना वोट मोदी, नीतीश, लालटेन, कांग्रेस और प्रशांत को न देकर जनसुराज को जीताते हैं, तो निश्चित रूप से आपके बच्चों की पढ़ाई होगी और आपको रोजगार भी मिलेगा. वह बुधवार को साहू जैन स्टेडियम में एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
सरकार बनी तो वृद्धपेंशन दो हजार रुपये
तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आपने तो अपना वोट 5 किलो अनाज के लिए, मंदिर के नाम पर, बिजली के नाम पर देकर मोदी और नीतीश को गद्दी सौंपी. कभी आपने इससे ऊपर उठकर पढ़ाई और रोजगार के नाम पर वोट तो नहीं किया, तो फिर आप और आपके बच्चे बाहर रोजगार के लिए तो जाएंगे ही. प्रशांत किशोर ने मंच से घोषणा की कि यह सभी विपक्षी पार्टियों के लिए अंतिम दिवाली और छठ है. उनकी विदाई निश्चित है. जनसुराज की सरकार बनते ही सबसे पहले वृद्धपेंशन दो हजार रुपये और सभी किसानों को उनके अपने खेतों में काम करने पर उन्हें मनरेगा से पैसा दिया जाएगा. यह भी एक रोजगार का तोहफा है.
नीतीश भरोसे वाले व्यक्ति नहीं
उन्होंने सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा पर कहा कि अब गरीबों के बच्चे भी प्राइवेट स्कूल में अंग्रेजी मीडियम में पढ़ने जाएंगे. उसका सारा खर्च सरकार उठाएगी. कहा कि नीतीश भरोसे वाले व्यक्ति नहीं हैं. वे कुर्सी पाने के लिए कभी कमल पर तो कभी लालटेन पर बैठ जाते हैं. एमएलसी अफाक अहमद, पूर्व मंत्री पूर्णमासी राम, पूर्व एमएलसी चंद्रबली यादव, पूर्व आइएएस एनके मंडल, पूर्व आइपीएस आनंद मिश्रा, शचींद्र पांडेय उर्फ गुड्डू पांडेय, शमशाद अली, किशोर कुमार मुन्ना आदि ने सभा को संबोधित किया.
लालू नीतीश पर कसा तंज
बेतिया में पीके ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री बिहार आने पर नीतीश को बिहार का लाडला मुख्यमंत्री बता रहे थे. मैं अपील करता हूं, अगली बार बिहार आएं तो उन्हें यह घोषणा करनी चाहिए कि यही लाडले व्यक्ति अगले पांच वर्ष भी मुख्यमंत्री रहेंगे. यह घोषणा करने पर भाजपा को चंपारण में हर सीट पर हार का सामना करना पड़ेगा. भाजपाई नीतीश कुमार को खाली मुखौटा बनाकर वोट लेना चाहते हैं. चुनाव जीतने के बाद इस बार नीतीश कुमार को हटा कर अपना मुख्यमंत्री बनाएंगे.
पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी :Magadha Empire : सुनिए मगध की कहानी, एक था राजा बिम्बिसार जिसने साम्राज्य विस्तार के लिए वैवाहिक गठबंधन किया