Railway News: दानापुर रेल मंडल के प्रमुख छोटे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर अब यात्रियों की सुविधा के लिए एक विशेष व्यवस्था की जा रही है. इस कड़ी में पटना जंक्शन और दानापुर की तर्ज पर बड़े स्क्रीन वाले इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड और कोच गाइडेंस सिस्टम स्थापित किए जाएंगे.
इस स्टेशनों पर बढ़ेगी सुविधा
इसके तहत बिहिया, रघुनाथपुर, डुमरांव, दिलदारनगर, जमुई, जहानाबाद, राजगीर, बिहारशरीफ, फतुहा, बाढ, बख्तियारपुर और तारेगना स्टेशनों को शामिल किया गया है. रेलवे पशासन की तरफ से इसकी तैयारी भी तेज कर दी गई है. बता दें कि इस डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से यात्रियो को ट्रेनों के आगमन, प्रस्थान व प्लेटफॉर्म संख्या की जानकारी मिलेगी. इसके लिए रेल प्रशासन की तरफ से करीब पांच करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे और इसकी तैयारियां भी जोर-शोर से शुरू कर दी गई है.
प्रवेश द्वार पर मिलेगी ट्रेनों की जानकारी
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक पटना जंक्शन व दानापुर की तर्ज पर छोटे स्टेशनों पर संकेतक को विकसित करने की तैयारी की गई है. अधिकारियों के अनुसार इन स्टेशनों के मुख्य प्रवेश द्वार पर बड़े डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे. इस बोर्ड पर एक साथ पांच ट्रेनों के आगमन, प्रस्थान और प्लेटफॉर्म नंबर की जानकारी प्रदर्शित होगी.
एनटीईएस से जुड़ा रहेगा सिस्टम
यह सिस्टम नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) से जुड़ा होगा. जिससे यात्रियों को वास्तविक समय में सटीक जानकारी मिल सकेगी. इसके अलावा प्रत्येक स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर छोटे-छोटे संकेतक के तौर पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाया जाएगा, जो यात्रियों को ट्रेन के कोच की स्थिति समझने में मदद करेगा.
फुटओवर ब्रिज पर भी डिस्प्ले सिस्टम
इस परियोजना के तहत फुटओवर ब्रिज पर प्रत्येक स्टेशन में तीन-तीन छोटे डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे, जो ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान की जानकारी देंगे. साथ ही प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर छोटे डिस्प्ले बोर्ड स्थापित किए जाएंगे, जहां उस प्लेटफॉर्म से संचालित होने वाली ट्रेनों की जानकारी प्रदर्शित करेंगे. सभी डिस्प्ले बोर्ड एनटीईएस से जुड़े होंगे, ताकि यात्रियों को त्वरित और विश्वसनीय जानकारी मिल सके.
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निरीक्षण के बाद निर्णय
बता दें कि रेलवे अधिकारियों ने हाल के निरीक्षणों के दौरान छोटे स्टेशनों पर सूचना प्रदर्शन की कमी को देखते हुए यह निर्णय लिया है. इसका उद्देश्य यात्रियों की सुविधा के लिए छोटे स्टेशनों पर भी बड़े स्टेशनों जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना है. यह कदम ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्रों में रेल यात्रा को और सुगम व सुविधाजनक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
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