संवाददाता, पटना : आइजीआइएमएस में रोबोटिक सर्जरी की तैयारी शुरू कर दी गयी है. सब कुछ ठीक रहा, तो 16 अगस्त से संस्थान में रोबोट मशीन से सर्जरी का शुभारंभ कर दिया जायेगा. इसके लिए संस्थान में अलग से रोबोटिक सर्जरी यूनिट स्थापित की जा रही है, जिससे सरकारी अस्पतालों में भी अत्याधुनिक तकनीकों से जटिल सर्जरी संभव हो सकेगी. वहीं, जानकारों की मानें, तो उद्घाटन के साथ-साथ रोबोटिक सर्जरी के तय शुल्क पर भी काफी मंथन किया जा रहा है. सूत्रों की मानें, तो संस्थान में लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल के तर्ज पर आइजीआइएमएस में रोबोटिक सर्जरी के शुल्क तय करने की चर्चा की गयी है. तय शुल्क को जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को भेजा जायेगा, विभाग से मुहर लगते ही फीस भी जल्द तय कर दी जायेगी. इसके बाद फीस तय करने के लिए आदेश जारी किया जायेगा.
चार विभागों में होगी रोबोटिक सर्जरी
संस्थान प्रशासन के मुताबिक यह तकनीक खासकर जटिल सर्जरी को आसान बनाने में मददगार होगी. पहले चरण में कुल चार विभागों में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत होगी. इसमें कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रो, न्यूरो व ऑर्थोपेडिक्स विभाग शामिल हैं. इस तकनीक के माध्यम से अब यूटरस, प्रोस्टेट, आंत, ब्रेन जैसी जटिल सर्जरी के साथ-साथ नी ट्रांसप्लांट, कूल्हा प्रत्यारोपण और अन्य जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी भी अब रोबोट के जरिये संभव हो पायेंगी. वहीं सर्जरी को लेकर भी कई नियम बनाये जा रहे हैं. पहली रोबोटिक सर्जरी ट्रेनर के निर्देशन में होगी. साथ ही रोबोटिक सर्जरी से पहले परिजनों से अलग सहमति पत्र भराया जायेगा.थोड़ी महंगी, लेकिन रिकवरी जल्द
आइजीआइएमएस के जानकार चिकित्सकों के अनुसार यह रोबोटिक तकनीक की लागत सामान्य सर्जरी से थोड़ी अधिक हो सकती है. लेकिन, संस्थान की योजना है कि प्रधानमंत्री राहत कोष, मुख्यमंत्री सहायता कोष, आयुष्मान भारत योजना और स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के माध्यम से इसे मरीजों के लिए किफायती बनाया जाये. संस्थान के सर्जनों का कहना है कि सामान्य सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी से मरीज की रिकवरी तुरंत होगी. इसके कारण सर्जरी के बाद मरीज तुरंत अपने घर भी चले जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है