संवाददाता, पटना पटना वीमेंस कॉलेज में गुरुवार को मदर थियोडोसिया हॉल में बड़े उत्साह के साथ श्रावणी महोत्सव मनाया गया. यह आयोजन भारतीय परंपरा, संगीत और महत्वपूर्ण सामाजिक जागरूकता का एक सुंदर संगम रहा. इस वर्ष के महोत्सव का मुख्य आकर्षण श्रावणी नृत्य प्रतियोगिता थी, जिसमें कॉलेज की दस टीमों ने ग्लोबल वार्मिंग: धरती की पुकार, सावन की फुहार नामक विचारोत्तेजक थीम पर अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियां दीं. प्रतिभागियों ने सावन की बारिश को आशा और उपचार का प्रतीक मानते हुए, धरती मां की पुकार को दर्शाते हुए, अपने भावों, रचनात्मक कोरियोग्राफी और सशक्त प्रदर्शनों के माध्यम से पर्यावरण की गंभीर समस्याओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया. नृप्रतियोगिता का मूल्यांकन डॉ मंजुला सुशीला , यामिनी और अनीशा ने किया. यामिनी ने प्रतिभागियों को मूल्यांकन के मुख्य मापदंडों – थीम की प्रस्तुति, भाव-प्रदर्शन, समूह समन्वय, परिधान की उपयुक्तता और मंच पर उपस्थिति के बारे में विस्तार से बताया. कॉलेज की उप-प्राचार्या डॉ सिस्टर एम तनिषा एसी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की. उन्होंने छात्राओं की रचनात्मकता की सराहना की और पर्यावरणीय जागरूकता को सांस्कृतिक आयोजनों से जोड़ने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की. प्रतियोगिता में पहला स्थान: कोड 6, इतिहास विभाग, दूसरा स्थान: कोड 4, मिश्रित विभागीय टीम, तृीसरा स्थान (संयुक्त रूप से): कोड 2 (समाजशास्त्र विभाग) और कोड 9 (प्राणीशास्त्र विभाग)को मिला.
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