Sri Sri Ravi Shankar: पटना. मैं 12 साल बाद बिहार आ रहा हूं. इस दौरान बिहार में काफी प्रगति हुई है. चारों तरफ विकास दिख रहा है. हालांकि अभी और प्रगति करना बाकी है. बिहार ऐसा प्रदेश है, जहां महान अर्थशास्त्री चाणक्य का जन्म हुआ. आज भी चाणक्य से बड़ा कोई अर्थशास्त्री नहीं है. यह कहना है आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का. उन्होंने शुक्रवार की शाम पांच बजे शहर के गांधी मैदान में आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित महासत्संग कार्यक्रम में भाग लिया. इसमें करीब 50 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया.
अधर्म के रास्ते पर ले जा सकती है बेरोजगारी
महासंत्सग को लेकर गांधी मैदान में शुकवार को शाम चार बजे से ही भीड जुटनी शुरू गयी थी. आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर जैसे ही मंच पर आये, लोगों ने जयकारा लगाना शुरू कर दिया. इस दौरान श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि बिहार मधुरता, मखाना और पवित्रता की जगह है़ यहां के लोकपर्व छठ की महिमा अब विदेशा के कोने-कोने तक फैल चुका है़. उन्होंने कहा,” मै चाहता हूं कि आज के लोग बेरोजगार नहीं हो, क्योंकि बेरोजगारी अधर्म के रास्ते पर ले जा सकती है.
शिवलिंग के अवशेष की पूजा
शुक्रवार की शाम हुए इस कार्यक्रम के दौरान रविशंकर ने सोमनाथ मंदिर के शिवलिंग के अवशेष की पूजा की और सभी लोगों को शिवलिंग का दर्शन कराया. उन्होंने बताया कि वह 1000 साल पुराने शिवलिंग को लेकर निकले हैं. उन्होंने कहा कि 1026 ईस्वी में महमूद गजनवी द्वारा खंडित किये गये सोमनाथ मंदिर के शिवलिंग के अवशेष मिले हैं. यह शिवलिंग एक अग्निहोत्री परिवार के पास सदियों से सुरक्षित रखा गया था, जिसे अब उन्होंने सार्वजनिक दर्शन के लिए प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है.
प्राणायाम और ध्यान सत्र में दिखी भीड़
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा, मंत्री डॉ प्रेम कुमार, पूर्व डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद, विधायक संजीव चौरसिया, पटना की मेयर सीता साहू सहित कई नेता मंत्री शामिल थे. इस दौरान रविशंकर ने संबंधित सभी मंत्री-नेताओं को शॉल देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम के दौरान गांधी मैदान में दो दिनों तक चलने वाले महासत्संग में आज भी आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से जीवन जीने की कला, मानसिक शांति और ध्यान के महत्व को प्रवचन के माध्यम से बताया जायेगा. इसके अलावा भक्ति संगीत, प्राणायाम और ध्यान सत्र भी होगा.
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