27.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

कौन हैं इंजीनियर से दबंग IAS बने तुषार सिंगला? जिन्होंने अपने कड़क एक्शन से बिहार के इस जिले की बदल दी तस्वीर…

Success Story: बेगूसराय के डीएम तुषार सिंगला अपनी तेजतर्रार कार्यशैली और त्वरित फैसलों के लिए जाने जाते हैं. 2015 बैच के आईएएस अधिकारी तुषार, जनता के बीच 'एक्शन वाले डीएम' के रूप में खासे लोकप्रिय हैं और जिले के विकास में उनकी भूमिका को सराहा जा रहा है.

Success Story: बिहार के बेगूसराय जिले में अगर प्रशासनिक कार्यशैली की बात होती है तो आईएएस तुषार सिंगला का नाम सबसे पहले सामने आता है. वर्तमान में बेगूसराय के जिलाधिकारी के रूप में कार्यरत तुषार सिंगला अपनी तेजतर्रार छवि, पारदर्शी प्रशासन और क्विक एक्शन के लिए जाने जाते हैं. जनता और अधीनस्थ अधिकारियों के बीच उनकी पहचान एक ऐसे अधिकारी के रूप में बनी है जो न सिर्फ योजनाओं को जमीन पर उतारते हैं, बल्कि उनका असर भी साफ दिखता है.

आईआईटी दिल्ली से किया बी.टेक

पंजाब के बरनाला जिले में 3 जून 1990 को जन्मे तुषार सिंगला ने अपनी शुरुआती शिक्षा के बाद आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल एंड पावर इंजीनियरिंग में बी.टेक किया. इसके बाद उन्होंने जेएनयू से पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर्स की डिग्री ली. पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने का निर्णय लिया और यूपीएससी की तैयारी शुरू की. शुरुआती असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में वर्ष 2014 की यूपीएससी परीक्षा में 86वीं रैंक के साथ चयनित हो गए. उनका वैकल्पिक विषय कंप्यूटर साइंस इन इंजीनियरिंग था.

2015 बैच के हैं आईएएस अधिकारी

2015 बैच के इस आईएएस अधिकारी की कार्यशैली में स्पष्टता, जिम्मेदारी और जनता के प्रति जवाबदेही की झलक साफ देखी जाती है. वे हर काम को समयबद्ध तरीके से निष्पादित करने पर जोर देते हैं. कई अधिकारी भी मानते हैं कि डीएम तुषार सिंगला की कार्यशैली ने सिस्टम को गति दी है और कर्मचारियों में अनुशासन का माहौल पैदा किया है.

किशनगंज में पूर्व में पदस्थापित रहते हुए भी उन्होंने विकास कार्यों की नई दिशा दी थी. अब बेगूसराय में भी उनका प्रभाव शहर की सुंदरता, स्वच्छता और बुनियादी ढांचे के विकास में देखा जा सकता है. चाहे अतिक्रमण हटाना हो या फिर जन समस्याओं का त्वरित समाधान सिंगला हर स्तर पर सक्रिय नजर आते हैं.

जनता के बीच लोकप्रिय हैं सिंगला

जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का मुख्य कारण यही है कि वे केवल आदेश देने वाले अधिकारी नहीं हैं, बल्कि मौके पर पहुंचकर खुद निगरानी करने वाले प्रशासनिक नेता हैं. यही कारण है कि बेगूसराय की नई पहचान बनाने में उनका नाम अग्रणी रूप से लिया जा रहा है.

Also Read: बिहार में 4 करोड़ वोटरों को नहीं देने होंगे दस्तावेज, चुनाव आयोग इन लोगों से मांगेगा प्रमाण

Abhinandan Pandey
Abhinandan Pandey
भोपाल से शुरू हुई पत्रकारिता की यात्रा ने बंसल न्यूज (MP/CG) और दैनिक जागरण जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अनुभव लेते हुए अब प्रभात खबर डिजिटल तक का मुकाम तय किया है. वर्तमान में पटना में कार्यरत हूं और बिहार की सामाजिक-राजनीतिक नब्ज को करीब से समझने का प्रयास कर रहा हूं. गौतम बुद्ध, चाणक्य और आर्यभट की धरती से होने का गर्व है. देश-विदेश की घटनाओं, बिहार की राजनीति, और किस्से-कहानियों में विशेष रुचि रखता हूं. डिजिटल मीडिया के नए ट्रेंड्स, टूल्स और नैरेटिव स्टाइल्स के साथ प्रयोग करना पसंद है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel