‘भारत में गोद लेने को सामान्य बनाना और प्रोत्साहित करना’ विषय पर आयोजित इस पैनल डिस्कशन में सौमेता मेधोरा, सचिव, इंडियन सोसाइटी फॉर स्पॉन्सरशिप एंड एडॉप्शन (ISSA), फिल्मकार अनिरुद्ध रॉय चौधरी, अभिनेत्री जया आहसान, अभिनेत्री मंदिरा बेदी और आईटीसी फूड्स के चीफ डिजिटल मार्केटिंग ऑफिसर शुवदीप बनर्जी मौजूद रहे। इन प्रतिष्ठित पैनलिस्टों ने रूढ़िवादी विचारों को तोड़ने, सभी को साथ लाने की भावना को बढ़ावा देने तथा गोद लेने की प्रक्रिया को सुगम बनाने में अथॉरिटी और एन.जी.ओ संगठनों की भूमिका जैसे विषयों पर मार्मिक चर्चा की. साथ ही, उन्होंने इस विषय से जुड़े अपने निजी अनुभवों को भी साझा किया.
इस परिचर्चा में गोद लेने से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने और समाज में खुली वाद-विवाद को बढ़ावा देने के बारे में बताया गया. इस दौरान एक दिल छू लेने वाली कविता – ‘दिल से माँ’ पेश की गई. इस कार्यक्रम ने मातृत्व की नई परिभाषा गढ़ी गई जहाँ रिश्ता खून से नहीं, प्यार से बनता है.
मंदिरा बेदी बोली- प्रयास सचमुच सराहनीय
मौके पर मशहूर अभिनेत्री मंदिरा बेदी ने कहा, “गोद लेना प्यार से भरा एक खूबसूरत और जीवन बदल देने वाला फैसला है. तारा की माँ के तौर पर, मैंने कई सवालों और सामाजिक पूर्वाग्रहों का सामना किया है. लोग पूछते हैं कि क्या मैं एक गोद लिए हुए बच्चे को अपने बच्चे जितना प्यार कर सकती हूं? गोद लेने को लोग आखिरी विकल्प समझ लेते हैं, लेकिन प्यार में कोई शर्त नहीं होती. इसीलिए मॉम्स मैजिक जैसे ब्रांड्स का यह प्रयास सचमुच सराहनीय है.”
क्या बोले चीफ डिजिटल मार्केटिंग ऑफिसर
आईटीसी – फूड्स डिवीजन के चीफ डिजिटल मार्केटिंग ऑफिसर शुवदीप बनर्जी ने इस अवसर पर कहा, “मॉम्स मैजिक में, हम हमेशा से मां के प्यार की असाधारण शक्ति का सम्मान करते हैं. फिल्म ‘डियर मां’ के साथ इस सार्थक सहयोग के जरिए, हम गोद लेने को लेकर बेहद जरूरी बातचीत शुरू करना चाहते हैं.”
इस कार्यक्रम में अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘डियर मां’ में एक गोद लेने वाली मां की भावनात्मक यात्रा को संवेदनशील तरीके से दिखाया गया, जहां वह प्यार, अपनापन और स्वीकृति की तलाश करती है. फिल्म का मुख्य संदेश – “प्यार खून के रिश्तों से कहीं गहरा होता है” दिया गया, जो ब्रांड के मॉम्स मैजिक के थीम से मेल खाता है.