संवाददाता, पटना बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर राज्य के प्रस्वीकृत एवं स्थापना अनुमति प्राप्त माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारियों ने दो चरणों में आंदोलन करने का निर्णय लिया है. प्रथम चरण में 18 जुलाई को अपने-अपने विद्यालय पर सभी शिक्षाकर्मी काला-बिल्ला लगाकर शैक्षणिक हड़ताल पर रहेंगे. वहीं, दूसरे चरण में 22 जुलाई को पांच सूत्री मांगों को लेकर 715 माध्यमिक विद्यालय के शिक्षाकर्मी विधानमंडल पर प्रदर्शन, घेराव एवं महाधरना देंगे. महासंघ की पांच सूत्री मांगों में प्रथम 715 अनुदानित माध्यमिक विद्यालय पर नियम के विरुद्ध थोपे गये संबद्धता विनियमावली 2011 को वापस लेने की मांग है. दूसरा 2017-18 से 2024-25 तक के बकाये अनुदान को पुनरीक्षण कर एक मुस्त भुगतान करें. तीसरा वर्ग नवम में नामांकित लगभग तीन लाख पंजीयन से वंचित छात्र-छात्राओं को वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2026 के लिए पंजीयन की तिथि अविलंब जारी किया जाये. चौथा 715 माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारियों को अनुदान के बदले वेतन दिया जाये. पांचवां 2009-10 से 2016-17 तक के दिये गये अनुदान की राशि के वितरण में जिला शिक्षा पदाधिकारी की देख-रेख में दिये गये वितरण के आदेश को समाप्त किया जाये.
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