मसौढ़ी . देवघर में हुए भीषण सड़क हादसे में धनरूआ थाना क्षेत्र के असरफगंज गांव के एक दंपती की मौत हो गयी. मृतकों में 61 वर्षीय देवकी प्रसाद और उनकी 55 वर्षीया पत्नी समदा देवी हैं. दोनों कांवर यात्रा पर थे और देवधर (बाबाधाम) भोले शंकर पर जल चढ़ा बासुकीनाथ जा रहे थे. इसी दौरान बासुकीनाथ के रास्ते में कांवरियों से भरी उनकी बस की टक्कर ट्रक से हो गयी. इस हृदयविदारक हादसे में पहले समदा देवी की मौत की खबर आयी, फिर मंगलवार की सुबह देवकी प्रसाद की भी मौत की सूचना परिजनों को मिली. पहले वह गंभीर रूप से जख्मी थे और अस्पताल में भर्ती थे, जहां उपचार के दौरान उनकी भी मौत हो गयी. एक साथ पति-पत्नी की मौत की खबर मिलते ही असरफगंज गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. सुबह से ही घर पर चीत्कार मचा रहा. पूरे दिन उनके घर पर लोगों का आना जाना लगा रहा. इस दौरान नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद चन्द्रकांत कुमार छोटे व जिला परिषद प्रतिनिधि भाई बीरेन्द्र उर्फ किरी उनके घर पहुंच परिजनों से घटना की जानकारी ली.
देवकी 2023 में होमगार्ड से हुए थे रिटायर्ड
देवकी प्रसाद होमगार्ड में नौकरी करते हुए वर्ष 2023 में सेवानिवृत्त हुए थे. उनके दो पुत्र सुधीर कुमार (10वर्ष) व अजीत कुमार (16वर्ष) के अलावा चार पुत्रियां हैं. दो बेटियों की शादी हो चुकी है. छोटा पुत्र अजीत कुमार भी इस तीर्थ यात्रा में उनके साथ था, जो हादसे में गंभीर रूप से जख्मी है. परिजनों के मुताबिक, देवकी प्रसाद व उनकी पत्नी समदा देवी ने मन्नत मानी थी कि वह पांच बार देवघर साथ जायेंगे. यह उनकी पांचवीं और अंतिम तीर्थ यात्रा थी. कौन जानता था कि यह यात्रा उनके जीवन की आखिरी यात्रा बन जायेगी. हादसे के बाद पुत्र अजीत ने जहानाबाद के काको थाना स्थित पहलगाम निवासी अपने मामा धर्मेंद्र प्रसाद को इसकी सूचना दी. मामा देवघर के लिए रवाना हो गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है