संवाददाता, पटना निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक जितेन्द्र सिंह गंगवार ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति ने भ्रष्ट लोक लोकसेवकों के बीच खलबली मचा दी है. वर्ष 2025 के पहले ही सात महीनों में कुल 16 भ्रष्ट लोकसेवकों को अदालत द्वारा अभियुक्तों को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई गई है, जो एक रिकॉर्ड है. इस साल जनवरी से जून माह के बीच कुल 12 भ्रष्ट लोकसेवकों को सजा दिलायी गयी है. जबकि अभी साल को खत्म होने में पांच महीने का समय शेष है. डीजी गंगवार मंगलवार को भ्रष्ट लोकसेवकों को अदालत से सजा दिलाने वाले ब्यूरो के पदाधिकारियों, लोक अभियोजकों और शिकायतकर्ताओं को सम्मानित करने के मौके पर संबोधित कर रहे थे. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के सभागार में मंगलवार को द्वितीय सतर्कता सम्मान समारोह सह कार्यशाला का आयोजन किया गया था. इस मौके पर सम्मानित होने वाले परिवादी आफताब आलम और परमानन्द कुमार भी मौजूद थे. जिनके जज्बे और कर्मठता की खुद गंगवार ने प्रशंसा की. सम्मान पाने वाले परिवादियों में कैमूर से आफताब आलम और नालंदा से परमानन्द कुमार को हरित पौधे के गमले और प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया गया. निगरानी से सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों को कोर्ट में गवाही देने के लिए अब दो दिनों का दैनिक भत्ता और यात्रा भत्ता देय होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है