संवाददाता, पटना/आरा/बिहिया : पारस हॉस्पिटल के कमरा नंबर 209 में कुख्यात चंदन मिश्रा की हत्या करने के बाद बलवंत सिंह, रविरंजन सिंह व अभिषेक एक ही बाइक से भागे थे. इस दौरान बाइक पर ही बलवंत ने हाथ उठा कर जश्न मनाया था. हत्या के बाद वायरल सीसीटीवी फुटेज में बलवंत सिंह को रवि रंजन सिंह व अभिषेक के साथ जाते हुए देखा गया था. अभिषेक बाइक चला रहा था और बलवंत बीच में बैठा था और रविरंजन सबसे पीछे बैठा था. जबकि पारस हॉस्पिटल के वीडियो फुटेज में तीसरे नंबर पर बलवंत था और उसने उजले रंग की शर्ट व टोपी पहन रखी थी. पांचवें स्थान पर रवि रंजन कुमार सिंह था. बलवंत सिंह और रवि रंजन कुमार सिंह ने चंदन मिश्रा को अस्पताल के अंदर घुस कर गोली मारी थी और अभिषेक सड़क पर था. बलवंत सिंह का संपर्क पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह से है. शेरू सिंह के इशारे पर ही पूरी घटना को अंजाम दिया गया. मुख्य शूटर तौसीफ रजा उर्फ बादशाह व अन्य को पांच लाख रुपये में बलवंत सिंह ने ही हायर किया था और उसे 10 पिस्टल दी थीं. यह माना जा रहा है कि घटना के समय भी इन लोगों के पास 10 पिस्टल थीं. मसलन पुलिस से मुठभेड़ करने की भी पूरी तैयारी कर चंदन मिश्रा की हत्या के लिए ये सभी पहुंचे थे.
बिहिया में रविरंजन के घर में छिपे थे
सूत्रों का कहना है कि पुलिस की दबिश के कारण ये सभी घटनास्थल से भागने में परेशान हो गये और तौसीफ को सुपारी किलिंग के लिए मिलने वाले पांच लाख रुपये भी नहीं मिल पाये. तौसीफ, नीशू, हर्ष व भीम एक साथ कार से कोलकाता के लिए निकले, जबकि बलवंत, अभिषेक व रविरंजन एक साथ बाइक से आरा की ओर भागे. ये रविरंजन के बिहिया स्थित घर में छिपे हुए थे. पुलिस ने तौसीफ व अन्य को कोलकाता के एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार कर लिया. तौसीफ ने दाढ़ी भी कटवा ली थी, ताकि पहचान न हो सके. उससे पुलिस को इनपुट मिला और उसी के आधार पर छापेमारी करने पहुंची थी.अपराधियों व पुलिस के बीच 23 राउंड फायरिंग हुई. अपराधियों ने 13 राउंड फायरिंग की, जबकि पुलिस की ओर से 10 राउंड फायरिंग की गयी. पुलिस को घटनास्थल से छह खोखे मिले हैं. मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की एफएसएल की टीम ने जांच की.चार शूटरों की अब तक हो चुकी है गिरफ्तारी
पारस हॉस्पिटल में 17 जुलाई को चंदन मिश्रा की हत्या में जिन शूटरों की तस्वीर सीसीटीवी फुटेज में आयी थी, उनमें से चार तौसीफ रजा उर्फ बादशाह, नीशू, बलवंत सिंह और रविरंजन सिंह अब पुलिस की गिरफ्त में हैं, जबकि एक अन्य आरा का मोनू सिंह फरार है. इसकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती के लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन भी कर दिया है, जबकि सहयोग करने वाले हर्ष, भीम, अभिषेक भी पकड़े जा चुके हैं. अब शूटर मोनू सहित चार की तलाश है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है