Chandan Mishra Murder Case: बक्सर के गैंगस्टर चंदन मिश्रा हत्याकांड में अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. इस बीच शनिवार को यह खबर तेजी से फैली कि, पटना पुलिस और एसटीएफ को बड़ी कामयाबी इस केस में मिली है और पश्चिम बंगाल से 5 अपराधियों के गिरफ्तारी की गई है. इस खबर की हकीकत क्या है, यह जानने के लिए जब पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कार्रवाई से जुड़ी अहम जानकारी दी. पटना एसएसपी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि, अभी ऐसी कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद है शेरू
वहीं, पिछले दिनों एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा था कि, चंदन की हत्या शेरू सिंह के गुर्गों ने की है. एडीजी ने कहा था कि, ‘शेरू सिंह फिलहाल पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद है. ऐसे में बिहार पुलिस शेरु सिंह के नेटवर्क को खंगाल रही है. ‘ वहीं, हत्या करने पटना के पारस अस्पताल में पहुंचे पांचों शूटरों की भी पहचान हो गई है. इधर, मुख्य शूटर पटना का तौसीफ उर्फ बादशाह है. जिसके पिता को शुक्रवार को पुलिस ने उठाया है. शूटरों के परिजनों और दोस्तों से भी पुलिस ने पूछताछ की है.
चंदन-शेरू के बीच थी गहरी दोस्ती
बता दें कि, चंदन मिश्रा और शेरू सिंह एक समय में अच्छे दोस्त हुआ करते थे. दोनों ने मिलकर बक्सर में काफी सालों तक एक साथ मिलकर खूब आतंक मचाया था. हालांकि, बाद में दोनों के बीच गहरी दुश्मनी हो गई. कहा जा रहा है कि, जेल में बंद शेरु सिंह ने ही शूटरों को हायर कर चंदन की हत्या करवाई. हालांकि, पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है.
पारस अस्पताल में हुई थी हत्या
बता दें कि, पिछले दिनों बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की पटना के पारस अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अस्पताल में घुसकर 5 हथियारबंद अपराधियों ने चंदन मिश्रा को ताबड़तोड़ गोली मारी थी. इस घटना के बाद दहशत फैल गई थी. हत्याकांड के बाद जल्द से जल्द अपराधियों के गिरफ्तारी की मांग की जा रही थी. जिसके बाद पटना पुलिस ने मामले में जांच के लिए कई टीमें बनाई और लगातार अपराधियों की छानबीन में जुटी है.
कई मामलों में आरोपित था चंदन मिश्रा
चंदन मिश्रा की बात करें तो, उस पर हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे. 2011 में बक्सर के चर्चित चूना व्यवसायी हत्याकांड में उसे उम्रकैद की सजा मिली थी. चंदन पिता के इलाज के नाम पर 15 दिन की पेरोल पर बाहर आया था, लेकिन खुद की तबीयत खराब होने के चलते पटना के पारस अस्पताल में भर्ती था. ऑपरेशन के बाद वह प्राइवेट वार्ड में आराम कर रहा था, तभी अपराधियों ने उस पर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया.
Also Read: पुलिस पर फायरिंग करके भागा जदयू विधायक का भांजा, ठिकाने पर से हथियार-कारतूस बरामद