पटना में बारिश का दौर जारी है. रविवार की रात से राजधानी में जोरदार बारिश शुरू हुई जो सोमवार को भी जारी रहा. रूक-रूक कर पूरे दिन बारिश होती रही. जिससे पटना की करीब 20 लाख की आबादी प्रभावित हुई. जिला प्रशासन के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे में 333.20 मिमी बारिश हुई. पटना में घर-दुकान और अस्पतालों में भी बारिश का पानी घुस गया. 5 ट्रेनें रद्द की गयी. बारिश का पानी पटना जंक्शन के रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया.
पटना में नेताओं के आवास और अस्पतालों में घुसा पानी
पटना में जोरदार बारिश दो दिनों तक हुई तो विधानसभा परिसर, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का आवास, एमएलसी नीरज कुमार का आवास, पीएमसीएच और एनएमसीएच समेत कई प्राइवेट अस्पताल समेत कई स्कूलों के साथ ही शहर की मुख्य सड़कें और गली मोहल्लों में जलजमाव हो गया. कई जगहों पर पेड़ भी गिरे.
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पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर टर्मिनल में पटरियों पर पानी
पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर टर्मिनल में भी पटरियों पर पानी जमा हो गया. पटना जंक्शन के बाहर पानी जमा होने से यात्रियों को परेशानी हुई. खराब मौसम के कारण पटना से उड़ान भरने वाले कई विमान भी प्रभावित रहे.

रेल और फ्लाइट सेवा बाधित
पटना एयरपोर्ट पर डेढ़ दर्जन फ्लाइट देर से आए गए. स्पाइस जेट की दिल्ली-पटना फ्लाइट साढ़े तीन घंटे लेट रही.रनवे पर भी पानी जमा रहा. पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर टर्मिनल पर जलजमाव हुआ तो 18 ट्रेनें देर से आयीं. स्वचालित सिस्टम फेल हुआ तो पांच ट्रेनों को रद्द भी कर दिया गया.

दुकानों और अस्पतालों में घुसा पानी
पटना में मुसलाधार बारिश हुई तो एमपी वर्मा रोड के साकेत टावर में जमजमाव की समस्या आ गयी. दुकानों में पानी घुस गया जिससे कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ. करीब 30 करोड़ के उपकरण खराब हो गए. चांदी मार्केट और न्यू मार्केट में 70 से अधिक दुकानों में पानी घुस गया. कंकड़बाग के मेदांता अस्पताल में भी जलजमाव आफत बनी. खेतान और हथुआ मार्केट बंद रहे. दुकानों में पानी भरा रहा.
