मसौढ़ी . शहर के गंगाचक मलकाना स्थित रेलवे लाइन के किनारे से गुजरने वाले पुरानी बाइपास सड़क में जलजमाव की समस्या से परेशान मोहल्ले वालों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा. बारिश के बाद सड़क पर जमा पानी और कीचड़ से नाराज लोगों ने बांस-बल्ला लगाकर रास्ता बंद कर दिया और आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया. इस दौरान लोगों ने नारेबाजी की और प्रशासन व नगर परिषद के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि न सड़क बनी, न नाली. बारिश होते ही घुटनों तक पानी भर जाता है. हालत ये है कि घरों में पानी घुस रहा है, पैदल चलना मुश्किल हो गया है और वाहन फंसकर रोज हादसे हो रहे हैं. बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हो रही. बताया गया कि तारेगना रेलवे गुमटी के पास बनाए जा रहे ओवरब्रिज के कारण निर्माण एजेंसी ने इस पुरानी बाइपास को वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित किया था, लेकिन अब तक यह पूरी तरह नहीं बन सका. नतीजतन जलजमाव और सड़क की बदहाली से लोग बेहाल हैं. प्रदर्शन में मोहल्ले के डाॅ अवधेश प्रसाद, संजय केसरी, सूरज कुमार, कुंदन केसरी, भोला जयसवाल, कुंदन गुप्ता, अरविंद कुमार, कांति देवी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल थे. महिलाओं और बच्चों ने भी सड़क पर उतर कर अपनी नाराजगी जाहिर की. लोगों ने कहा कि कई बार हादसे हो चुके हैं, फिर भी न तो नगर परिषद हरकत में है और न ही प्रशासन.
समझाने पहुंचे मुख्य पार्षद प्रतिनिधि की लोगों से हुई तीखी बहस:
नगर परिषद के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि शंभू सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की. लेकिन लोगों ने तीखी बहस करते हुए कहा कि अब भरोसा नहीं रहा. इस पर शंभू सिंह ने बताया कि यह सड़क पथ निर्माण विभाग को स्थानांतरित कर दी गयी है. नगर परिषद को इसे बनाने के लिए एनओसी नहीं मिला. उन्होंने कहा कि पांच साल पहले ही इसका टेंडर हो चुका था, लेकिन विभाग ने काम पर रोक लगा दी. अब सड़क का निर्माण पथ निर्माण विभाग ही करेगा. लोगों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन करने के लिये हमलोग बाध्य हो जायेगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है