कैरो. कैरो प्रखंड मुख्यालय स्थित बिराजपुर पथ के नहर से लगभग 200 मीटर पर स्थित हरिजन बांध आज अपना स्तित्व खोता जा रहा है.हरिजन बांध लगभग 2 एकड में फैला है. यह बांध वैसे मोहरा चमार के खत्यानी जमीन पर कई वर्ष पूर्व खोदा गया था .यह बांध को वर्तमान समय मे सार्वजनिक रूप में ग्रामीण उपयोग करते हैं.बांध के अगल बगल काफी संख्या में किसान खेती करते हैं.वर्तमान समय मे हरिजन बांध का जीर्णोद्धार की जरूरत है. वैसे कई वर्ष पूर्व इसका जीर्णोद्धार किया गया था.नहर में पानी चलने से बांध का जल स्तर अच्छी रहती है. अभी के समय मे नहर में पानी बंद होने से बांध पूरी तरह सूख चुका है.बांध के सहारे काफी किसान गेंहू,मटर, सरसो,गोभी,टमाटर,बिन्स का खेती किये हैं.एक ओर नहर बन्द दूसरी ओर बांध सूखने से किसानों के सामने फसल सिचाई करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.किसान काफी मात्रा में बांध का पानी सिचाई में करते हैं परंतु आज किसानों का फसल पानी के अभाव में बर्बाद होने लगा है.किसान गणेश साहू का कहना है हरिजन बांध गांव के ठीक बगल में स्थित होने के कारण लोग काफी मात्रा में नगदी फसल बांध में उपलब्ध पानी के सहारे लगाते हैं. परंतु फरवरी माह में पानी सूख जाने से लोग परेशान हैं.किसान बालक गडेरी का कहना है बांध पूर्व के समय मे मार्च ,अप्रेल माह तक प्रचुर मात्रा में पानी रहता था जिससे किसान अपने फसल का सिचाई करते थे. परंतु वर्तमान समय मे बांध का गहराई कम हो जाने से पानी का संचय नही हो पा रहा जिसका खमयाजा भुगतना पड़ रहा है.किसान रविन्द्र रविदास का कहना है यह बांध हमारे पूर्वजों के द्वारा जल संचय को लेकर गाय बैल आदि मवेशियों के प्यास बुझाने के साथ साथ कृषि कार्य को लेकर किया गया था. परंतु आज बांध जिनोर्धार के अभाव में अपना अस्तित्व खो रही है.
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