लोहरदगा. महात्मा गांधी के नाम पर बने शहर के मुख्य मार्ग की स्थिति गांधीजी के सिद्धांतों के विपरीत है. स्वच्छता के पुजारी महात्मा गांधी के नाम पर बना यह पथ आज गंदगी और जलजमाव का पर्याय बन गया है. हल्की बारिश में ही सड़क पर घुटनों तक पानी भर जाता है. नालियों का गंदा पानी निचले इलाकों के घरों में घुस रहा है. सड़क किनारे की नालियां जाम हैं और सफाई महीनों से नहीं हुई है. यह मार्ग पहले भट्टी रोड के नाम से जाना जाता था. नगर परिषद का कार्यालय महज 20 कदम की दूरी पर है, फिर भी स्थिति दयनीय बनी हुई है. स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत की है. लालमोहन प्रसाद केशरी, प्रमोद वर्मा, मो मतलूब और मो अख्तर आरिफ ने बताया कि होल्डिंग टैक्स भरने और नक्शा पास कराने के बावजूद नगर परिषद सुविधा नहीं दे रही है. गंदगी और दुर्गंध के कारण बीमारी फैल रही है. लोगों ने व्यंग्य करते हुए कहा कि जब हालात नहीं सुधर सकते तो कम से कम इस पथ का नाम बदल दिया जाये ताकि गांधीजी के नाम की बदनामी न हो. झारखंड आंदोलनकारी महासभा की श्रद्धांजलि सभा आज लोहरदगा़ झारखंड आंदोलनकारी महासभा लोहरदगा जिला समिति ने झारखंड आंदोलन के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन को झारखंड की आत्मा पर गहरा आघात और एक अपूरणीय क्षति बताया है. महासभा द्वारा छह अगस्त को ब्लॉक मोड़ के समीप स्थित नीरू शांति भगत के आवासीय परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है. यह जानकारी जिला अध्यक्ष अनिल भगत ने दी.
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