किस्को़ बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत वर्ष 2025-26 के लिए किस्को प्रखंड में चयनित 229 लाभुक अब तक खाद व दवा का इंतजार कर रहे हैं. किसानों ने एक माह पूर्व गड्ढा खुदाई का कार्य पूरा कर लिया है, लेकिन अभी तक बागवानी के लिए जरूरी सामग्री उपलब्ध नहीं करायी गयी है. जिला प्रशासन ने बागवानी योजना को प्राथमिकता देते हुए बरसात से पहले कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया था. शुरुआत में कार्य में तेजी भी आयी, लेकिन अब योजना अटक गयी है. हर साल मनरेगा से सैकड़ों किसानों को आम बागवानी योजना का लाभ मिलता है. इस बार समय पर गड्ढे तो खोद दिये गये, पर खाद व दवा नहीं मिलने से किसान हताश हैं. किसानों का कहना है कि जुलाई पौधारोपण के लिए उपयुक्त महीना होता है, लेकिन अब जुलाई बीत चुका है और खाद का इंतजार अब भी जारी है. जानकारी के अनुसार आलोक सीड्स एजेंसी को सामग्री उपलब्ध करानी थी, लेकिन चार वर्षों से भुगतान लंबित होने के कारण एजेंसी ने खाद व दवा देने से इनकार कर दिया है. बीपीओ सुदर्शन लकड़ा ने भी स्वीकार किया कि भुगतान नहीं होने से वेंडर सामग्री नहीं दे रहा है, जिससे योजना अटकी पड़ी है. किसानों में भारी असंतोष व्याप्त है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है