भंडरा. प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय हाटी कुंबाटोली में पेयजल संकट एक गंभीर समस्या का रूप ले चुका है. विद्यालय में अध्ययनरत 87 छात्र-छात्राएं इन दिनों भीषण गर्मी के बीच पीने के पानी के लिए परेशान हैं. स्थिति यह है कि विद्यार्थियों को आधा किलोमीटर दूर स्थित सिंचाई कूप से दूषित पानी लाकर पीना पड़ रहा है. विद्यालय प्रबंधन समिति और ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2002 में विद्यालय की स्थापना के बाद से आज तक विद्यालय परिसर में पेयजल की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं की गयी है. इससे न केवल विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है, बल्कि मध्याह्न भोजन की व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री सोहराइ उरांव ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर कई बार पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर स्थानीय सांसद तक को अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. भीषण गर्मी में बच्चों को दूर-दराज से चलकर स्कूल आना पड़ता है और परिसर में पानी उपलब्ध न होना उनकी मुश्किलें और बढ़ा रहा है. विद्यालय ड्राइ जोन क्षेत्र में आता है, जहां जलस्तर काफी नीचे है। ऐसे में विद्यालय परिवार एवं अभिभावकों ने विद्यालय परिसर में शीघ्र डीप बोरिंग कराने की मांग की है, ताकि बच्चों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके. ग्रामीणों ने बताया कि विभागीय अनदेखी के कारण बच्चों को गर्मी में भी दूषित पानी पीना पड़ रहा है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. उन्होंने संबंधित विभाग से शीघ्र पहल करने की मांग की है, ताकि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का स्वास्थ्य भी सुरक्षित रह सके.
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