कैरो. जल संसाधन विकास विभाग द्वारा नंदिनी जलाशय से निकलने वाली तीन नहर पहला नंदनी से एड़ादोन तक,दूसरा नंदनी से उमरी कोयल तक,तीसरा नंदनी से बंडा बिराजपुर होते हुए नगड़ा तक लगभग 36 करोड़ की लागत से होने वाले तीनों नहरों के जीर्णोद्धार में घोर अनियमितता बरती जा रही है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा सांसद सुखदेव भगत को आवेदन देकर जांच करवाने की मांग की थी. सुखदेव भगत के निर्देश पर सांसद प्रतिनिधि, जिला निगरानी समिति के सदस्य जफर खान सदस्य फूलदेव उरांव, लाल विकास नाथ शाहदेव ने योजना स्थल का जायजा लिया. जहां पहले से ही काफी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे. ग्रामीणों ने कहा कि ढलाई के नाम पर पर लीपापोती की गयी है. मिट्टीयुक्त बालू का प्रयोग ढलाई मे किया गया है. ढलाई काफी कमजोर है और पैर से दबाने पर टूट रहा है. साथ ही मिट्टी मोरम सड़क निर्माण कार्य में पानी पटवन नहीं किया जा रहा है. मजदूरी कम दिया जा रहा है. योजना स्थल पर उपस्थित सदस्यों ने उपायुक्त लोहरदगा को दूरभाष पर जानकारी देकर सारी बातों से अवगत कराया. जहां एक ओर गठबंधन की हेमंत सरकार आदिवासी बहुल इलाकों में लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर विकास करना चाह रही है, वहीं दूसरी तरफ ठेकेदारी प्रथा में लूट मची हुई है.
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