21 मरीजों को मिला एमएमडीपी किट फोटो 16 डालपीएच 8 प्रतिनिधि, विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय शिविर का आयोजन हुआ. मुख्य अतिथि चिकित्सा प्रभारी डॉ राजेंद्र कुमार ने शिविर का उदघाटन किया. शिविर में शामिल लोगों को फाइलेरिया के लक्षण, संक्रमण के रोकथाम व उपचार की विस्तृत जानकारी दी गयी. इस दौरान फाइलेरिया से ग्रसित 21 मरीजों को मोरबिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन (एमएमडीपी) किट उपलब्ध कराया गया. साथ ही किट के उपयोग की जानकारी दी गयी. शिविर में मरीजों को एमएमडीपी किट का प्रयोग करने के पूर्व मरीजों को पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया गया, ताकि वे उपचार की विधि को बेहतर तरीके से समझ सकें. इसके अलावा प्रभावित लोगों को 12 दिनों की फाइलेरिया रोधी दवाओं के साथ उचित परामर्श भी दिया गया. चिकित्सा प्रभारी डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि फाइलेरिया से प्रभावित अंगों की साफ-सफाई के साथ नियमित देखभाल भी जरुरी है.स्वास्थ्य विभाग की ओर से उनके बीच एमएमडीपी किट प्रदान किया जा रहा है.इस किट में एक-एक टब,मग, बाल्टी, तौलिया, साबुन, एंटी फंगल क्रीम आदि शामिल हैं.जिसके इस्तेमाल से प्रभावित अंगों के सूजन में कमी आयेगी. उन्होंने बताया कि 25 मई से छह जून तक नाइट बल्ड सर्वे कराया जायेगा. जरूरतमंद लोग इस बल्ड सर्वे में अपना नि:शुल्क जांच करा सकते है. ताकि इस घातक बीमारी से बचा जा सके. चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि क्यूलेक्स मच्छर फाइलेरिया संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है. लेकिन संक्रमण के लक्षण पांच से 15 वर्ष में उभरकर सामने आ पाता है. डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि विश्रामपुर सीएचसी के अलावा नावाबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी शिविर का आयोजन किया गया था. मौके पर बीपीएम पंकज कुमार पांडेय, मलेरिया विभाग से विनोद तिवारी, एमटीएस पंकज कुमार, संतोष कुमार, अनिल पांडेय, विवेक कुमार, कर्मचंद कुमार सहित कई स्वास्थ कर्मी मौजूद थे.
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