मेदिनीनगर. समाहरणालय के सभागार में बेटी बचाओ,बेटी पढाओ के वार्षिक कार्य योजना के तहत कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीडीसी मोहम्मद जावेद हुसैन ने की. बेटी- बचाओ, बेटी पढाओ, बाल विवाह की रोकथाम, विदयालयों में लड़कियों का ड्रॉप आउट होना सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गयी. डीडीसी ने कहा कि बाल विवाह पर रोक लगाना आवश्यक है. सबकि सक्रियता व सहभागिता से ही बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर रोक लगेगी. समाज के प्रबुद्ध लोगों के सक्रिय सहयोग एवं सामूहिक जिम्मेवारी के साथ काम करने से ही सफलता मिलेगी. उन्होंने विद्यालयों से लड़कियों का ड्रॉप आउट होना चिंताजनक बताया. कहा कि पढ़ाई के प्रति लड़कियों व उनके अभिभावकों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. बैठक में नशा उन्मूलन, साइबर अपराध से जुड़े मामले पर भी चर्चा की गयी. समाज के लोगों को साइबर अपराध की घटनाओं से सावधान रहने की जरूरत बताया गया. डीडीसी ने कुपोषण के चक्र को तोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. बेटियों को आर्थिक रूप से संबल बनाने और समाज में संतुलन बनाये रखने के लिए बेटियों की रक्षा करने पर जोर दिया.बाल विवाह मुक्त पलामू के निर्माण के लिए शपथ दिलायी गयी. सदर एसडीओ सुलोचना मीना ने बेटी बचाओ, बेटी पढाओ, नशा उन्मूलन, बाल विवाह की रोकथाम व साइबर अपराध से जुड़े विषय पर कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान ने विभाग ने संचालित योजनाओं की जानकारी दी. साइबर थाना प्रभारी विश्राम उरांव ने साइबर अपराध से बचने के लिए डिजिटल साक्षरता पर जोर दिया. नोडल पदाधिकारी शालिनी बोराल ने बेटी बचाओ, बेटी पढाओ व बाल विवाह के बारे में जानकारी दी.
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