पाटन. प्रखंड के किशुनपुर पंचायत सचिवालय में मुखिया सुमन गुप्ता की अध्यक्षता में शनिवार को ग्राम पंचायत समन्वय समिति की बैठक हुई. इसमें 15वें वित्त के प्रखंड समन्वयक चित्रांगद कुमार ने जीपीसीसी बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्याओं का समाधान पंचायत स्तर पर ही करना है. लेकिन यह तभी संभव हो पायेगा, जब पंचायत स्तरीय सभी विभाग के लोग बैठक में शामिल होंगे. अपनी समस्याओं से अवगत करा पायेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड में राज्य वित्त आयोग का गठन नहीं हो पाया है. जिससे 15वें वित्त की राशि को कम कर दिया गया है. साथ ही कई प्रकार के नियमों से बांध दिया गया है. मुखिया सुमन गुप्ता ने कहा कि आपसी समन्वय बनाकर सभी लोग चलेंगे, तभी पंचायत के विकास में गति आयेगी. उन्होंने कहा कि बैठक में सभी विभाग के लोग उपस्थित होकर अपने अपने विभाग की समस्या या प्रगति रिपोर्ट बतायेंगे. उन समस्याओं को दूर करने की दिशा में प्रयास किया जायेगा. पंचायत से जो कार्य नहीं हो पायेगा. उससे प्रखंड को अग्रसारित किया जायेगा, ताकि संबंधित कार्यों का निष्पादन किया जा सके.
विद्यालयों के भवन जर्जर, पानी की भी समस्या
बरडीहा उमवि के प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने बताया कि उनके विद्यालय चापाकल खराब हो गया है. विद्यालय भवन भी नहीं है. पिछले कई वर्षों से ग्राम तहसील सह कर्मचारी भवन स्कूल कार्य संचालित किया जा रहा है. विडंबना की बात यह है कि पुराना भवन बिलकुल ही जर्जर हो चुका है. लेकिन चुनाव के वक्त उसी विद्यालय में मतदान कराना पड़ता है, जो किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित करता है. चेतमा उमवि के प्रधानाध्यापक विनोद उपाध्याय ने बताया कि उनका विद्यालय सड़क के किनारे पर स्थित है. विद्यालय में चहारदीवारी नहीं है. जिससे बच्चों के साथ हमेशा किसी दुर्घटना का भय बना रहता है. मौके पर पंचायत सचिव नंदलाल गुप्ता, पंसस संतोष उपाध्याय, शिक्षक उदयभानु तिवारी, ग्राम रोजगार सेवक नीलम कुमारी समेत आंगनबाड़ी सेविका, जल सहिया, पंचायत सहायक सहित कई लोग मौजूद थे.
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